Dwarka Expressway Inauguration: आठ लेन और एक पिलर पर नौ किमी, 9000 करोड़ रुपये की लागत; जानें विशेषता
Dwarka Expressway Inauguration: Dwarka Expressway के मालिकों को सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सौगात देंगे। प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। द्वारका एक्सप्रेसवे से जुड़े सेक्टर-84 क्षेत्र में उद्घाटन समारोह का बड़ा आयोजन किया गया है।
Dwarka Expressway Inauguration: गुरु द्रोण की धरती गुरुग्राम पूरी तरह से प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए तैयार है। 11 मार्च को उद्घाटन समारोह से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बसई रोड पर एक रोड शो करेंगे और स्थानीय लोगों से मिलेंगे। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह भी इस कार्यक्रम में उपस्थित होंगे, साथ ही हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय और मुख्यमंत्री मनोहर लाल। उद्घाटन समारोह स्थल में 36 सेक्टर हैं। इसके अलावा, आठ पार्किंग क्षेत्र भी बनाए गए।
द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण नौ हजार करोड़ रुपये में बन
करीब नौ हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे की सौगात मिलेगी। कुल 29.5 किलोमीटर एक्सप्रेसवे में से 19 किलोमीटर गुरुग्राम से गुजरता है। NHAI के अधिकारी सुधार और सौंदर्यीकरण के प्रयासों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। द्वारका एक्सप्रेसवे के गुरुग्राम क्षेत्र में पड़ने वाले 19 किलोमीटर के हिस्से को चुनावी मोड में सरकार जनता को देगी, सूत्रों के अनुसार। दिल्ली में लगभग नौ किलोमीटर का पैच जून तक पूरा होने की उम्मीद है।
एक्सप्रेसवे चार भागों में विभाजित है
एक्सप्रेसवे चार भागों में बांटा गया है। पहला भाग महिपालपुर में शिव की मूर्ति से द्वारका तक जाता है। बजघेरा को अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) से दूसरा द्वारका मिलता है। बजघेरा से बसई रेल ओवरब्रिज (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) तीसरा हिस्सा है। बसई आरओबी से खेड़की दौला तक चौथा हिस्सा है। इसमें क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल है, जो दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस वे (एनएच-48) और खेड़की दौला के पास दक्षिणी पेरिफेरल रोड (एसपीआर) को जोड़ेगा. यह गुरुग्राम में पड़ता है।
आईजीआई एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी बेहतर होगी
राव ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे की शुरुआत से गुरुग्राम और दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। साथ ही इस परियोजना में सड़क परिवहन की चार श्रेणियां होंगी: फ्लाईओवर, अंडरपास, टनल और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर।
इस राजमार्ग की लंबाई 18.9 किलोमीटर हरियाणा में है और 10.1 किलोमीटर दिल्ली में है। उनका कहना था कि गुरुग्राम के लोगों के लिए सरकार की यह बड़ी सौगात है। इस एक्सप्रेसवे की शुरुआत से गुरुग्राम और एनसीआर क्षेत्र के सड़क ढांचागत तंत्र को नया विस्तार मिलेगा। इससे नए क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी फायदा होगा।
पहला 8 लेन एलिवेटेड राजमार्ग
देश का पहला 8 लेन का एलिवेटेड एक्सप्रेसवे लगभग 9000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। इसमें देश में अपनी तरह का पहला एलिवेटेड रोड भी है, जो 9 किलोमीटर लंबा और 34 मीटर चौड़ा है, एक पिलर पर आठ लेन का है। यह राजमार्ग हरियाणा में पटौदी रोड (एसएच-26) में हरसरू से मिलता है और फर्रुखनगर (एसएच-15 ए) में बसई से मिलता है।
साथ ही, दिल्ली-रेवाड़ी रेललाइन भरथल और गुरुग्राम के सेक्टर-88 (बी) के पास चलेगी। एक्सप्रेसवे गुरुग्राम जिले में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी के साथ-साथ सेक्टर 88, 83, 84, 99, 113 को द्वारका सेक्टर-21 से जोड़ेगा।
दिल्ली-जयपुर राजमार्ग पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा
Dwarka Expressway शुरू होने से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। वाहनों के दबाव के कारण सरहौल बॉर्डर समेत खेड़कीदौला तक कई स्थानों पर लोगों को हर दिन जाम की समस्या है। Dwarka Expressway खुलने से लोगों को जाम से राहत मिलेगी और हाईवे पर वाहनों का दबाव कम होगा।