Earthquake In Delhi: दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के हल्के झटके हुए हैं। भूकंप के बाद कई लोग अपने घरों से भाग गए हैं। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि नेपाल-चीन सीमा पर 7.2 रिक्टर स्केल का भूकंप हुआ था।
अब भूकंप के बारे में जानिए कि पृथ्वी के अंदर सात प्लेट्स लगातार घूमते हैं। जोन फॉल्ट लाइन है जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराते हैं। प्लेट्स के बार-बार टकराने से उनके कोने मुड़ते हैं। प्लेट्स अधिक दबाव से टूट जाती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर निकलती है, जिससे भूकंप होता है।
भूंकप के केंद्र और तीव्रता को जानें।
भूकंप के केंद्र में प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर अधिक भूकंप होते हैं। जैसे-जैसे कंपन की आवृत्ति कम होती जाती है, उसका प्रभाव भी कम होता जाता है। किंतु रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप 40 किमी के आसपास तेज होता है। लेकिन यह भी भूकंपीय आवृत्ति पर निर्भर करता है। कम क्षेत्र प्रभावित होगा यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है।
क्या है भूकंप की तीव्रता का मापन करने का पैमाना?
भूंकप रिक्टर स्केल से जांचा जाता है। इसका नाम है रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल। भूकंप को रिक्टर स्केल पर 1 से 9 के आधार पर मापा जाता है। भूकंप का मापन एपीसेंटर से किया जाता है। इससे भूकंप के दौरान धरती के भीतर से निकलने वाली ऊर्जा की तीव्रता मापी जा सकती है। इस तीव्रता से भूकंप की भयावहता का अनुमान लगाया जा सकता है।