Famers Protest: हम हकवादी हैं और हक लेने के लिए निकले हैं। हम जानते हैं कि हरियाणा में भी हमारा इंटरनेट बंद हो जाएगा। हरियाणा में डीजल भी उपलब्ध नहीं होगा। हरियाणा के लोगों का कहना था कि हम पंजाब के छोटे भाई हैं। लेकिन हम जानते हैं कि हमारे साथ क्या होगा। हमने ट्रैक्टरों की टंकियां भी भर दी हैं और हर ट्राली में 6 से 6 महीन का डीजल है। हम डीजल लाए हैं। हम भी 6 से 6 महीने का राशन लेकर आए हैं। एक ट्रैक्टर और दो ट्रालियां हैं।इसमें सिलेंडर, राशन, लकड़ी आदि शामिल हैं। हमारे पास सब कुछ है जिसकी हमें जरूरत है। यह पंजाब के किसानों की बात है जो दिल्ली चले गए हैं।
किसान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली के लिए अपने ट्रैक्टरों पर निकल चुके हैं। किसानों ने एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि हमारे पास ऐसे हथियार हैं जो बैरिकेड तोड़ सकते हैं। हम गलत हथियार नहीं रखते। हमारे पास केवल झंडे-डडे ही हैं। किसानों ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को मानती है तो वे आज ही वापस आ जाएंगे।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने किसान संगठनों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च पर कहा कि कांग्रेस हमें मदद नहीं करती है। हम भाजपा की तुलना में कांग्रेस को भी दोषी मानते हैं। हम एक पक्ष नहीं हैं। हम किसानों और कर्मचारियों का पक्ष लेते हैं।
हम नहीं रुकेंगे।
पंजाब के किसान कहते हैं कि लोग कभी नहीं डरते। चाहे वह देश के लिए शहीदी हो। या किसानी बचाना हो। हम कुछ भी हो जाए, हार नहीं मानते। किसानों ने शंभू बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेंडिंग पर कहा कि चाहे कितनी मर्जी से बैरिकेड लगाए जाएं, हम रुकेंगे नहीं। हम बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ेंगे।