फरीदाबाद: शहर में ग्रैप लागू होने के बाद से ही प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। शनिवार को इसको लेकर नगर निगम के आला अधिकारीयों ने बैठक भी की थी। उसमे बड़े-बड़े दावे प्रदूषण को बढ़ने से रोकने के लिए किए गए। मगर वो दावे सोमवार को धरातल पर कहीं नज़र नहीं आए। एनबीटी ने एनआईटी एरिया का AQI 320 होने पर पड़ताल की तो पाया कि कंस्ट्रक्शन साइट्स को बिना कवर किए काम चल रहा है। वहीं बिल्डिंग वेस्ट मटेरियल खुले में पड़ा हुआ है। साथ ही सड़कों पर पानी का छिड़काव नहीं होने से धूल उड़ रही है। वहीं लोग कूड़े में आग लगाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।
खुले में महीनों से पड़ा है C&D वेस्ट
पड़ताल में नीलम चौक से अजरौंदा की तरफ जाते समय ROB से नीचे सर्विस रोड पर एक निजी अस्पताल का कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन (C&D) वेस्ट बिल्डिंग मटेरियल पड़ा हुआ दिखा। आसपास मौजूद लोगों से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कई महीनों से ये C&D वेस्ट पड़ा हुआ है। इसे FMDA हटवा नहीं सका है ना ही अस्पताल पर उसे ना हटाने पर कोई कार्रवाई की है। ग्रैप लागू होने के बाद भी ना तो उसे ढका गया और ना हटाया गया है। इसके साथ ही एनआईटी-5 में कई जगह पर मकानों का निर्माण कार्य चल रहा है मगर कहीं भी नियमों का पालन नहीं हो रहा है। आरके चौक पर मकान को कवर किए बिना तोड़ते का काम चल रहा है।
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। धूप होने के कारण पानी जल्दी सूख जा रहा है। वहीं रात में सड़कों को स्वीपिंग मशीन के जरिए साफ़ कराया जा रहा है। वहीं जो भी कूड़े में आग लगाएगा टीम उसका चालान कर रही है।
ओमबीर सिंह, SE, नगर निगम
खुलेआम जलाया जा रहा कूड़ा
बीते दिनों एनबीटी ने खुले में कूड़ा जलाने का मुद्दा शनिवार को प्रकाशित किया था। इसके बाद भी निगम प्रशासन नहीं जागा है। सोमवार को जब टीम ने एनआईटी-2 की सड़क की पड़ताल की तो पाया कि सड़क किनारे कूड़े के ढेर में आग लगाकर उसे जलाया जा रहा था। ऐसे में नगर निगम द्वारा बनाई गई वार्ड वाइज टीम के सभी दावे धरातल पर फेल नज़र आये।
नगर निगम के दफ्तर के पीछे की सड़क पर उड़ती है धूल
पड़ताल में हमने पाया कि नगर निगम मुख्यालय के दफ्तर के बगल में बनी सड़क टूटी पड़ी है और उसपर दिन भर धूल उड़ती रहती है। इसी सड़क पर स्टैटिक स्मॉग गन नगर निगम मुख्यालय पर लगी हुई है। मगर दोपहर के वक़्त धूल उड़ती रही मगर ये स्टैटिक स्मॉग गन चलती हुई नज़र नहीं आई। उधर ग्रेटर फरीदाबाद की सड़कों पर भी धूल उड़ती रही मगर यहां भी नगर निगम का कहीं भी छिड़काव होता नज़र नहीं आया।
सड़कों की सफाई हुई नहीं तो कैसे कंट्रोल होगा प्रदूषण
तिकोना पार्क से ESI मेडिकल कॉलेज को जाने वाली सड़क के डिवाइडर के साथ मिट्टी फैली हुई है। ये हवा चलने व तेज़ रफ़्तार वाहनों के चलने पर उड़ती है। यही हाल नीलम से एनआईटी-5 भगत सिंह चौक की तरफ जाने वाली सड़क का भी है। यहां भी सड़क और डिवाइडर के बीच धूल जमी हुई है। वहीं निगम का दावा है कि रात में इन सड़कों पर स्वीपिंग मशीन से सफाई की जाती है। उधर बीके अस्पताल के बाहर सड़क पर बिना पानी के छिड़काव के झाड़ू लगाई जा रही थी। जिसके कारण अस्पताल के बाहर आने जाने वाले मरीजों और वाहनों को धूल के बीच से होकर गुजरना पड़ रहा था।