मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद जालंधर में कल होने वाली रैली स्थगित कर दी गई है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान: ठेका कर्मचारी संघर्ष मोर्चा के भगवंत मान के साथ समूह की बैठक

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ फगवाड़ा में हुई एक पैनल बैठक में, ठेका मुलाजिम संघर्ष मोर्चा ने अपने घोषणापत्र में उल्लिखित सभी मांगों पर व्यापक चर्चा की। मोर्चे ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से सभी मांगों को उचित बताने के बाद 20 जुलाई को राज्य कमेटी के साथ पैनल मीटिंग कर मांगों को पूरा करने का वादा किया। इसलिए मोर्चे ने 5 जुलाई को जालंधर में अपनी रैली को स्थगित कर दिया है।

प्रांतीय नेता वरिंदर सिंह मोमी, बलिहार सिंह कटारिया, जगरूप सिंह लहरा, गुरविंदर सिंह पन्नू, पवनदीप सिंह, सिमरनजीत सिंह नीलों, जसप्रीत सिंह गगन और शेर सिंह खन्ना ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि सरकारी विभागों जैसे जल विद्युत परियोजनाएं, वेरका आदि में पिछले 15-20 वर्षों से कम वेतन पर सेवाएं दे रहे आउटसोर्स व एनलिस्टमेंट कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों को आप सरकार ने अपने ढाई साल के कार्यकाल में भी पक्का नहीं किया है और पिछली सरकारों की तरह ठेके दिए गए हैं।

नेताओं ने कहा कि 20 जुलाई को पैनल बैठक में ठेका कर्मचारियों की सामूहिक मांगों का कोई सार्थक समाधान नहीं निकला, तो ठेका कर्मचारियों का विरोध आगामी चुनाव प्रचार के दौरान फिर से सामने आ जाएगा। नेताओं ने पंजाब सरकार से मांग की कि सभी सरकारी विभागों के आउटसोर्स और ठेका कर्मचारियों को प्राथमिकता और अनुभव के आधार पर विभागों में मर्ज कर वेतन दिया जाए, न्यूनतम वेतन अधिनियम 1948 के तहत अनुबंध कर्मचारियों का वेतन कम से कम 30 हजार रुपये किया जाए और सभी सरकारी विभागों के निजीकरण की नीति को रद्द कर दिया जाए।

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