Ganesh Chaturthi 2024: 4 शुभ योग में मनेगी गणेश चतुर्थी, गणपति की स्थापना घर पर करनी है तो जानें पूजा सामग्री, मुहूर्त
Ganesh Chaturthi 2024:-
Ganesh Chaturthi 2024 puja samagri: गणेश जी का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था, इसलिए इस दिन गणेश चतुर्थी या गणेश जयंती मनाई जाती है। इस वर्ष गणेश चतुर्थी पर चार शुभ योग होंगे। गणपति की स्थापना करने की योजना बना रहे हैं तो गणेश चतुर्थी की पूजा सामग्री और मुहूर्त का पता लगाएं।
भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का पावन उत्सव मनाया जाता है। 7 सितंबर, शनिवार को इस वर्ष गणेश चतुर्थी है। वर्तमान गणेश चतुर्थी पर चार शुभ योग बन रहे हैं। गणेश चतुर्थी के दिन घर पर गणेशजी की मूर्ति बनाकर विधि-विधान से पूजन करते हैं। गणेश जी का विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है। भाद्रपद की विनायक चतुर्थी भी कहलाता है। इस दिन गणेश जी का जन्मदिन होता है। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि गणेश चतुर्थी पर कौन से शुभ योग बन रहे हैं. गणेश चतुर्थी की पूजा सामग्री और मुहूर्त क्या है?
गणेश चतुर्थी पर बनेंगे सर्वार्थ सिद्धि समेत 4 योग
ज्योतिषाचार्य डॉ. मिश्र के अनुसार, इस साल गणेश चतुर्थी पर सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, ब्रह्म योग और इन्द्र योग बनेगा।
1. सर्वार्थ सिद्धि योग: 7 सितंबर को दोपहर 12:34 बजे योग शुरू होगा और 8 सितंबर को सुबह 06:03 बजे तक चलेगा।
2. रवि योग: गणेश चतुर्थी के दिन रवि योग सुबह 06:02 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक है।
3. ब्रह्म योग: चतुर्थी पर ब्रह्म योग सुबह 06:02 बजे से शाम 11:17 बजे तक बजे तक है।
4. इंद्र योग: गणेश चतुर्थी की रात 11 बजे से अगले दिन 11 बजे तक।
2024 गणेश चतुर्थी की पूजा सामग्री
- गणेश मूर्ति, लकड़ी की चौकी, केले के पौधे मंडप बनाने के लिए
- पीला और लाल कपड़ा, नए कपड़े, जनेऊ, पताका
- अक्षत्, पान का पत्ता, सुपारी, मौसमी फल, दूर्वा, फूल, चंदन
- धूप, दीप, कपूर, सिंदूर, कलश, मोदक, केला, गंगा जल
- अशोक, आम, मौली, पंचामृत और पंचमेवा के पत्ते
- गणेश चालीसा और आरती, गणेश चतुर्थी व्रत कथा का ग्रंथ
गणेश चतुर्थी 2024 पूजा मुहूर्त
7 सितंबर को गणेश चतुर्थी की पूजा दिन में 11:03 बजे से दोपहर 01:34 बजे तक चलेगी। गणेश चतुर्थी के दिन दोपहर में पूजा होगी और रात के समय में चंद्रमा का दर्शन नहीं होगा. गणेश चतुर्थी पर चांद देखने से झूठा कलंक लगता है।