Gift Nifty भारतीय शेयर बाजार में बहुत अलग होने वाला है। इससे भारत में अंतरराष्ट्रीय व्यापार शुरू होगा। गिफ्ट निफ्टी में गिफ्ट निफ्टी50, गिफ्ट निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज और गिफ्ट निफ्टी आईटी डेरिवेटिव शामिल होंगे। इससे शेयर बाजार की आय काफी बढ़ जाएगी। इसमें ट्रेडिंग घंटे भी अधिक होंगे। (जागरण फाइल तस्वीर)
भारत में सोमवार (3 जुलाई) से वैश्विक ट्रेडिंग में बड़ा बदलाव होने वाला है। प्रमुख शेयर बाजार एसजीएक्स निफ्टी (SGX Nifty) का नाम गिफ्ट निफ्टी हो जाएगा। इसके अलावा, 7.5 अरब डॉलर के डेरिवेटिव कॉन्टैक्ट्स सिंगापुर से भारत में स्थानांतरित होंगे।
गिफ्ट निफ्टी की शुरुआत भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गिफ्टी निफ्टी की लिस्टिंग गुजरात की गांधीनगर में होगी। एनएसई इंटरनेशनल एक्सचेंज (NSE IX) इसका नाम होगा।
गुजरात की सरकार गिफ्ट सिटी को विकसित कर रही है, जो दुबई, मॉरीशस और सिंगापुर की तरह एक वित्तीय हब है।
भारत को गिफ्ट निफ्टी क्यों चाहिए?
Gift Nifty 50, गिफ्ट निफ्टी बैंक, गिफ्ट निफ्टी फाइनेंशियल सर्विसेज और गिफ्ट निफ्टी आईटी डेरिवेटिव चार उत्पादों का नाम होगा।
गिफ्टी सिटी को एक अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल सेंटर बनाने का लक्ष्य है।
2015 में आरबीआई ने इस क्षेत्र में फेमा पर प्रतिबंध हटा दिया था।
2015 में, आरबीआई ने इस क्षेत्र में फेमा पर प्रतिबंध हटा दिया था। यह भारतीय बाजार की आय को बढ़ा देगा। एसजीएक्स के रेवेन्यू में निफ्टी के डेरिवेटिव संबंध महत्वपूर्ण थे। क्योंकि इसमें काफी अधिक वॉल्यूम और औसत कीमत है
SGX Nifty फिलहाल 16 घंटे (सुबह 6:30 बजे से 10:30 बजे तक) कारोबार करता है। गिफ्ट निफ्टी में 21 घंटे कारोबार होगा, जो सुबह 4 बजे से अगली सुबह 2 बजे तक चलेगा।
एनएसई इंटरनेशनल के एमडी और सीईओ वी बालासुब्रमण्यम ने कहा कि भारत में पहली बार अंतरराष्ट्रीय कारोबार होगा, इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है।
एसजीएक्स निफ्टी भारतीय बाजारों का सूचकांक है। भारतीय बाजारों की शुरुआत भी सकारात्मक है जब तक कि ये हरे निशान में हैं।