सरकार ने ‘सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च’ का FCRA लाइसेंस रद्द किया, जो कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी से जुड़ा है

शीर्ष थिंक-टैंक ‘सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च‘ (सीपीआर) को केंद्रीय सरकार ने विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम (एफसीआरए) का लाइसेंस रद्द दिया है। CPLR दिल्ली में पॉलिसी रिसर्च संस्थान है। इस संस्थान की सीईओ हैं कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी अय्यर। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने करीब एक साल पहले सीपीआर का एफसीआरए लाइसेंस रद्द कर दिया था, लेकिन अब इसे कैंसिल कर दिया गया है।

सीपीआर को विदेशों से धन प्राप्त करने का एकमात्र उपाय एफसीआरए लाइसेंस है। 27 फरवरी, 2023 को गृह मंत्रालय ने FCRA लाइसेंस को रद्द कर दिया। शुरुआत में इसे 180 दिनों का अवधि दिया गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ा दिया गया। कथित तौर पर विदेशी फंडिंग नियमों का उल्लंघन करने के कारण CPLR पर वर्तमान कार्रवाई की गई है। लाइसेंस कैंसिल ने पिछले हफ्ते ही निर्णय लिया था और इस बारे में संस्थान को सूचित किया गया था।

Yamni Aiyar ने क्या कहा?

यामिनी अय्यर ने द हिंदू को बताया कि संस्थान न्याय पाकर ही रहेगा। उनका दावा है कि सीपीआर सिर्फ कानून के अनुसार काम कर रहा था। उनका कहना था कि सीपीआर दशकों से भारतीय जीवन और नीति निर्माण के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर अध्ययन कर रहा है। विश्व भर में इसकी खोजों को उच्च मान दिया जाता है।’

यामिनी ने कहा, ‘एफसीआरए को कैंसिल करना दुखद है, क्योंकि इसे सुनवाई के लिए पर्याप्त मौका नहीं दिया गया है। हम न्याय पाने के लिए अपने विकल्प पर विचार करेंगे। हम अपने मूल लक्ष्यों को पूरी तरह से समर्पित हैं। संवैधानिक मूल्यों और गारंटी के तहत ही इस मामले को सुलझाया जाएगा।’

आयकर विभाग का सर्वे CPIR पर हो चुका है

सितंबर 2022 में, आयकर विभाग ने सीपीआर और दो अन्य संस्थानों के खिलाफ सर्वे ऑपरेशन चलाया था। जिन दो अन्य संस्थानों पर कार्रवाई हुई थी, वे थे ऑक्सफैम इंडिया और बेंगलुरू स्थित ‘इंडिपेंडेंट एंड पब्लिक-स्प्रिरिटेड मीडिया फाउंडेशन’ (आईपीएसएमएफ)। विदेशी फंडिंग को आयकर विभाग ने सर्वेक्षण किया था। गृह मंत्रालय ने दिसंबर 2021 में ऑक्सफैम इंडिया का एफसीआर लाइसेंस रिन्यू करने से इनकार कर दिया, जिससे विदेशी निवेश भी भारत में नहीं हो सकता। ऑक्सफैम इंडिया भी सीबीआई की जांच में है।

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