शुक्रवार को राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजस्थान की नवगठित विधानसभा के पहले सत्र का उद्घाटन किया। हाल ही में गठित राज्य की 16वीं विधानसभा का यह पहला सत्र है। राज्यपाल मिश्र ने कार्यवाही की शुरुआत की। उनके पास संविधान के उद्देश्य और मूल कर्तव्यों का भी पाठ था। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और मुख्य सचिव सुधांश पंत ने इससे पहले मिश्र का स्वागत किया। आरएलपी विधायक हनुमान बेनीवाल ने हंगाम शुरू किया जैसे ही राज्यपाल ने अभिभाषण शुरू किया।
बेनीवाल ने भी सर्वदलीय बैठक का बहिष्कार किया एक दिन पहले ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो और खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल ने ऐलान किया था कि वे सर्वदलीय बैठक नहीं जाएंगे। बेनीवाल ने कहा कि उन्हें आगामी सत्र को लेकर गुरुवार 18 जनवरी को होने वाली सर्वदीय बैठक के लिए बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने इसे छोड़ दिया है। उन्हें राजस्थान लोकसेवा आयोग (RPPSC) को तत्काल भंग करने की जरूरत थी। बेनीवाल ने सदन में भी इसी मांग को दोहराया।
20 व 21 दिसंबर को राज्य की 16वीं विधानसभा के पहले सत्र की बैठक हुई, जिसमें नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई गई और सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ, जिसमें भाजपा 115 सीटें और कांग्रेस 70 सीटें जीती। राज्य की 200 सीटों वाली विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा को 115 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस को 70 सीटें मिली हैं।