Haryana News: हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य का पशुपालन क्षेत्र देश में अलग पहचान है।
Haryana News: राज्य सरकार की नीतियों पर उस समय मुहर लग गई जब हरियाणा को नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्रियों द्वारा प्रदेश को “सर्वश्रेष्ठ पशुपालन राज्य पुरस्कार” से नवाज़ा गया।
नई दिल्ली में एग्रीकल्चर टुडे ग्रुप द्वारा आयोजित कृषि नेतृत्व सम्मेलन में कंवर पाल ने हरियाणा राज्य को ”सर्वश्रेष्ठ पशुपालन राज्य पुरस्कार 2024” से सम्मानित किया गया है।
उनका कहना था कि हरियाणा के पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने अपने 2929 संस्थानों के सुव्यवस्थित नेटवर्क के माध्यम से 71.26 लाख पशुओं की आबादी को उत्कृष्ट पशुचिकित्सा, स्वास्थ्य देखभाल, रोग निदान और प्रजनन सेवाएं प्रदान की हैं। इसके अलावा, विभाग 70 मोबाईल पशुचिकित्सा इकाइयों को चलाता है, जो पशुपालकों को घर पर पशु चिकित्सा प्रदान करते हैं। यही नहीं, 1962 टोल फ्री नंबर कॉल सैंटर भी इसके लिए बनाया गया है। पशु रोग नियंत्रण विभाग (FMD+HS) दोहरा टीकाकरण करता है। ऐसा करने वाला देश का एकमात्र राज्य है हरियाणा।
इसके अलावा, वह नियमित रूप से ब्रूसेलोसिस, लम्पी त्वचा रोग, पीपीआर, क्लासिकल स्वाईन फीवर, ईटीवी जैसे टीकाकरण कार्यक्रमों को लागू कर रहा है। भ्रूण स्थानांतरण तकनीक-इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (ईटीटी-आईवीएफ) तकनीक भी विभाग द्वारा लागू की जा रही है, जिसका उद्देश्य राज्य के पशुधन में अनुवांशिक सुधार लाना है।
पशुपालन मंत्री ने बताया कि विभागीय योजना ”आईएमडीपी-सीडीआईसी” के तहत चिन्हित उच्च गुणवत्ता वाले पशुओं के बछड़ों को विभाग के वीर्य केन्द्र पर पालन-पोषण दिया जाता है और उनके वीर्य को राज्य भर में उपलब्ध कराया जाता है, जिससे पशुओं का अनुवांशिक उन्नयन होता है।
कंवर पाल ने हरियाणा को दुधारू राज्य बताते हुए कहा कि राज्य के पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा दी गई इन सभी गुणवत्तापूर्ण सेवाओं के कारण राज्य में दूध उत्पादन 119.65 लाख लीटर हो गया है और राज्य में प्रति व्यक्ति प्रतिदिन दूध की उपलब्धता 1098 ग्राम हो गई है, जो राष्ट्रीय औसत 459 ग्राम है। पिछले पाँच वर्षों में देसी गायों का औसत दिनाना दूध उत्पादन 6.16 kg से 7.06 kg हो गया है, और मुर्राह भैंसों का औसत दिनाना दूध उत्पादन 9.33 kg से 10.53 kg हो गया है।
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के प्रवक्ता ने आगे अधिक जानकारी देते हुए बताया कि
नई दिल्ली में, केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ शिंदे और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने “सर्वश्रेष्ठ पशुपालन राज्य पुरस्कार-2024” को प्रदान किया। हरियाणा राज्य के विभागीय महानिदेशक डॉ. एल.सी. रंगा ने इस पुरस्कार को स्वीकार किया।
उनका कहना था कि वर्ष 2008 में भारतीय कृषि के विकास और ग्रामीण समृद्धि में व्यक्तियों और संस्थाओं द्वारा निभाई गई उत्कृष्ट और नेतृत्वकारी भूमिका को मान्यता देने के लिए कृषि नेतृत्व पुरस्कारों का गठन किया गया था। प्रतिवर्ष ये पुरस्कार कृषि, पशुधन, सामाजिक और ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले और लाखों किसानों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाले प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदान किए जाते हैं।
2 जुलाई को, केरल के पूर्व राज्यपाल और भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति पी. सदाशिवम ने राष्ट्रीय पुरस्कार समिति की बैठक की अध्यक्षता की। इसी कमेटी ने पशुपालन क्षेत्र में हरियाणा सरकार की कल्याणकारी नीतियों पर मुहर लगाते हुए राज्य को 2024 में पशुपालन में सर्वश्रेष्ठ राज्य पुरस्कार देने का निर्णय दिया।