Haryana News: 15 जुलाई को, सांसद दीपेंद्र हुड्डा करनाल विधानसभा क्षेत्र से हरियाणा मांगे हिसाब अभियान की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 10 साल में इतनी कमी कैसे हुई, इसका जवाब देना दोनों वर्तमान और पूर्व मुख्यमंत्रियों की जिम्मेदारी है।
Haryana News: दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि वे ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ अभियान के माध्यम से भाजपा सरकार की कमियों और प्रश्नों को घर-घर पहुँचायेंगे। हम इस अभियान के दौरान कांग्रेस पार्टी के संकल्प को बताने के साथ-साथ लोगों की उम्मीदों और आकांक्षाओं से संबंधित सुझावों को एकत्र करेंगे, जो कांग्रेस पार्टी द्वारा बनाए जा रहे जनता के घोषणा पत्र में शामिल होंगे। यह डोर-टू-डोर कैम्पेन अगले दो महीने तक चलेगा, जिसमें वे हरियाणा के सभी 90 गांवों में जाएंगे। उनका कहना था कि कार्यक्रम का पूरा विवरण चर्चा में है और अगले एक या दो दिनों में इसकी घोषणा की जाएगी।
“हरियाणा मांगे हिसाब” अभियान में दीपेन्द्र हुड्डा ने बीजेपी सरकार के खिलाफ बीस सवालों को दोहराते हुए कहा कि हम इन्हें हर गाँव, शहर, गली, घर और परिवार में ले जाएंगे। चार्जशीट के जरिए भाजपा सरकार के कारनामों की पोल खोली जायेगी। उन्होंने 15 सवाल दोहराते हुए पूछा कि –
1. देश में सबसे अधिक बेरोज़गारी हरियाणा में क्यों है?
2. बीजेपी की केंद्रीय सरकार ने देश का सबसे असुरक्षित राज्य हरियाणा कहा क्यों?
3. ड्रग्स और शराब का काला साम्राज्य घर-घर तक कैसे पहुंचा?
4. देश में सर्वाधिक महंगाई हरियाणा में क्यों?
5. सरकारी पोर्टल और प्रॉपर्टी ID क्यों भ्रष्टाचार के आविष्कारक और आम जनता की चिंता बन गई?
6. भाजपा के 10 साल में हजारों करोड़ के 50 से ज्यादा बड़े घोटाले कैसे हुए?
7. भाजपा काल क्यों बना किसानों का काल?
8. भाजपा ने पिछड़े वर्गों और दलितों की इतनी उपेक्षा क्यों की?
9. बीजेपी ने अग्निपथ और कौशल निगम के माध्यम से पक्की नौकरियां क्यों खत्म की?
10. बीजेपी ने हर वर्ग पर लाठी और गोलियां क्यों बरसाई?
11. बीजेपी ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को शून्य पर क्यों रखा?
12. 2014 और 2019 में बीजेपी ने चुनावी घोषणाएं क्यों नहीं की?
13. बीजेपी ने स्वास्थ्य सेवाओं को क्यों छोड़ दिया?
14. बीजेपी ने राज्य की शिक्षा तंत्र को बर्बाद क्यों किया?
15. बीजेपी ने देश की सबसे विकसित अर्थव्यवस्था को क्यों चौपट किया?
उनका कहना था कि पिछले दस वर्षों में भाजपा की सरकार सबसे असफल रही है। 2004 और 2009 में कांग्रेस सरकार ने अपने वादे पूरे किए, लेकिन 2014 और 2019 में भाजपा ने भी वादे पूरे नहीं किए। लोकसभा चुनाव परिणामों से पता चलता है कि राज्य में बदलाव की लहर है। उनका कहना था कि हरियाणा में कांग्रेस गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक 47.6 प्रतिशत मत प्राप्त किया, जो 2019 के मुकाबले सबसे अधिक 19.2 प्रतिशत था। प्रदेश की सभी 90 विधानसभाओं में कांग्रेस के वोट में भारी वृद्धि हुई, जबकि भाजपा के वोट में भारी गिरावट हुई। कांग्रेस पार्टी हरियाणा में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने जा रही है।