धर्म

अगर आप हनुमान चालीसा पढ़ते या सुनते हैं तो इससे जुड़े नियमों को जान लें, नहीं तो बजरंगवली हो जाएंगे नाराज।

नियमित रूप से हनुमान चालीसा पढ़ने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और समस्याओं का समाधान मिलता है. हालांकि, इस पाठ के कुछ नियमों को जानना महत्वपूर्ण है।

हनुमान चालीसा: भक्तों का कहना है कि हनुमान जी चिरंजीवी हैं; अगर कोई बजरंगबली को याद करता है उनकी पूजा करता है, तो उनपर हनुमान जी की विशेष कृपा बरसती है, समस्या तुरंत दूर हो जाती है।

हनुमान चालीसा पढ़ना हनुमान जी को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका बताया गया है। नियमित रूप से हर मंगलवार या रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए; अगर नहीं जानते तो बजरंगबली आपसे नाराज़ हो सकते हैं।

हनुमान चालीसा पढ़ना महत्वपूर्ण है

नियमित रूप से हनुमान चालीसा पढ़ने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है और समस्याओं का समाधान मिलता है।

हनुमान चालीसा पाठ के नियम

तन-मन की शुद्धता: भक्ति, शुद्ध मन और सही उच्चारण के साथ हनुमान चालीसा पढ़ने से जल्द ही लाभ मिलता है। इसके लिए शरीर और मन दोनों की शुद्धता अनिवार्य है।

किस स्थान पर करें:  हनुमान चालीसा हमेशा एक खुले स्थान पर बैठकर करना चाहिए। फिर चाहे वह घर हो, मंदिर हो या किसी तीर्थस्थल पर हो। हमेशा आसन का इस्तेमाल करें।

क्या करना चाहिए: स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र पहनें और एक शांत, साफ स्थान पर बैठें। हनुमान जी के सामने दीपक जलाएं और चालीसा पढ़ने से पहले राम का नाम लें।
पाठ शुरू करने से पहले फूल और भोग अर्पित करें।

कब ऐसा नहीं करना चाहिए: महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान हनुमान चालीसा नहीं पढ़ना चाहिए। आज वे अपने आप को शुद्ध और पवित्र नहीं मानते। यदि कोई परिवार का सदस्य मर गया हो या शोक का समय हो तो हनुमान चालीसा नहीं पढ़ना चाहिए।

कब करें: हनुमान चालीसा पढ़ने का सबसे अच्छा समय सुबह स्नान करने के बाद या संध्याकाल में हाथ-पैर धोने के बाद है।

ये गलती न करें: हनुमान चालीसा पढ़ते समय साधक को किसी से भी बातचीत नहीं करनी चाहिए। मन में क्रोध का भाव न रखें

कितनी बार पाठ करें: एक, तीन, या सात बार हनुमान चालीसा पढ़ना शुभ है। विशेष मनोकामना को पूरा करने के लिए 108 बार पाठ कर सकते हैं।

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