Ind vs Aus: पहले टेस्ट में चार रन बनाए, दूसरे में इसी तरह की ट्रिक अपनाई, फिर फिफ्टी ठोक दी
Ind vs Aus: मार्नस लाबुशेन ने अपनी बल्लेबाजी में कुछ बदलाव किए, जिससे उन्हें फायदा हुआ और भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की आसान जीत में 64 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली
Ind vs Aus: टीम में अपनी जगह बचाने के लिए संघर्ष कर रहे मार्नस लाबुशेन ने अपनी बल्लेबाजी में कुछ बदलाव किए, जिससे उन्हें फायदा हुआ और भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की आसान जीत में 64 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। भारत के पहले टेस्ट में 295 रन से जीत दर्ज करने के बाद लाबुशेन और स्टीव स्मिथ जैसे अनुभवी बल्लेबाजों ने मेजबान टीम की बल्लेबाजी में सुधार किया। क्रीज पर समय बिताने के बावजूद लाबुशेन को रन नहीं मिलने से उन पर अधिक दबाव था।
पर्थ में पहले टेस्ट में उन्होंने 52 गेंद में दो रन बनाए और जसप्रीत बुमराह की शानदार गेंद पर दूसरी पारी में LBW हुए। टीम में अपनी जगह को लेकर हो रही आलोचना को नजरअंदाज करते हुए लाबुशेन ने अपनी बल्लेबाजी पर काम किया, जिससे उन्हें दूसरे टेस्ट में फायदा मिला। गुलाबी गेंद के दूसरे टेस्ट में, बुमराह और उनके साथियों के कठोर दबाव के बावजूद, उन्होंने रन बनाने का तरीका खोजा।
“पर्थ टेस्ट के अंत तक मुझे पता था कि मैं गेंद की तरफ मूव नहीं कर रहा हूं,” लाबुशेन ने क्रिकेट.कॉम.एयू को बताया। जिस तरह मैं खेल रहा था, मुझे बहुत कुछ पसंद नहीं था। यह एक अच्छी बात थी कि मैं लगभग 60 गेंद खेलने में सफल रहा, जो मेरी तकनीक और प्रदर्शन के बावजूद था। मैं हल खोजने की अपनी क्षमता पर भरोसा करता था। मैंने पूरे हफ्ते कई चीजों पर काम करने की कोशिश की कि वे काम कर रहे हैं या नहीं। मैं इसमें बदलाव करता रहा जब तक कि मैं उसकी जरूरत नहीं पाया।‘’
उन्होंने कहा, ‘‘दस दिन के ब्रेक का मतलब था गेंद को फिर से बल्ले के बीच से खेलने की कोशिश करना, गेंद की लाइन में अच्छी तरह से आना और यह पता लगाना कि मैं कहां चूक रहा हूँ। मैं लगातार नौ दिन बल्लेबाजी कर रहा था, बस उस स्थिति में वापस आने का तरीका खोज रहा था। मैंने मंगलवार को उस जर्नी की शुरुआत की थी और मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि जब मैं एडीलेड पहुंचू तो मैं इस स्थिति में रहूंगा कि मैदान पर जाकर खेल सकूंगा. मैं इस पर भरोसा कर सकता था।‘’