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भारतीय रेलवे देश की प्रदर्शनी महाकुम्भ में विरासत और विकास का एक अनूठा उदाहरण है

भारतीय रेलवे देश: डबल इंजन सरकार के विरासत और विकास के प्रतिमान का एक सफल उदाहरण प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ है।

महाकुम्भ मेला क्षेत्र में भारतीय रेलवे देश के अस्थाई टिकट घेरे और बहुभाषी अनाउंसमेंट बनाए जा रहे हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को सुविधाएं मिलें।

डबल इंजन सरकार के विरासत और विकास के प्रतिमान का एक सफल उदाहरण प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ है। महाकुम्भ में भारतीय रेलवे देश भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. एक ओर, वह भीड़ को नियंत्रित करने और रिकार्ड मेला स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से पर्यटकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने में सक्षम है, वहीं मेला क्षेत्र में रेलवे की प्रदर्शनी भारतीय रेलवे की विरासत और विकास के प्रतिमानों को दिखाती है। महाकुम्भ में रेलवे की प्रदर्शनी में चिनाब और पंबन ब्रिज के माडल दिखाए गए हैं, और वहीं नमो भारत, अमृत भारत और वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के बारे में लोगों को बताया जा रहा है जो आधुनिक तकनीक से बनाए गए हैं। इसमें भारतीय रेलवे का देश के युद्ध और महत्वपूर्ण अवसरों में योगदान भी दिखाया गया है।

दुनिया का सबसे ऊंचा रेल ब्रिज चेनाब का माडल दिखाया

भारतीय रेलवे देश की सांस्कृतिक विविधता को एक साथ जोड़ने के अलावा देश के यातायात का महत्वपूर्ण साधन भी है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक और गुजरात से अरूणाचल तक देश को जोड़ने का काम भारतीय रेलवे करता है। यहीं नहीं, भारतीय रेलवे डबल इंजन सरकार की विरासत और विकास के लक्ष्य का सबसे बड़ा वाहक है। जो महाकुम्भ की रेलवे प्रदर्शनी में दिखाई देता है। महाकुम्भ मेला क्षेत्र के सेक्टर-1 में एक रेलवे प्रदर्शनी है, जहां देश की नवीनतम तकनीक से निर्मित चेनाब और पंबन ब्रिज के माडल दिखाए गए हैं। दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज चेनाब ब्रिज है, जो जम्मू कश्मीर में बना है। चेनाब नदी पर बनाया गया रेल ब्रिज 359 मीटर ऊंचा है, फ्रांस के एफिल टॉवर से भी 35 मीटर अधिक। तो दूसरी ओर, स्पैन को रामेश्वरम से जोड़ने वाला पंबन ब्रिज, देश का पहला समुद्री रेल पुल है जो पूरी तरह से स्वचालित है। प्रदर्शनी में भी शामिल है।

नमो भारत और अमृत भारत ट्रेनों का प्रदर्शन

भारतीय रेलवे की प्रदर्शनी में मोदी सरकार द्वारा संचालित अमृत भारत, नमो भारत और वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के बारे में बताया गया है। अमृत भारत ट्रेन एक सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन है, जबकि नमो भारत देश की पहली EMU ट्रेन है, जो मेरठ से अशोक नगर को 40 मिनट में तय करेगी। 1965, 1971 और कारगिल युद्ध के दौरान रेलवे की सेवाओं पर भी चर्चा हुई है। साथ ही, डबल इंजन सरकार के पुराने आस्था के तीर्थस्थलों तक लोगों को आसानी से पहुंचने वाली ट्रेनों के बारे में बताया गया है। महाकुम्भ क्षेत्र में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने अस्थाई टिकट घरों, पूछताछ कक्षों और बहुभाषी संवाद कक्षों की व्यवस्था की है। प्रदर्शनी में भी जगह मिली है।

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