दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार राजधानी में रामराज्य की तरह काम करेगी। साथ ही, उन्होंने देश की इकॉनमी को 5 ट्रिलियन डॉलर बताया। उनका कहना था कि देश को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने की जरूरत है, लेकिन ये पैसा 140 करोड़ लोगों के पास जाना चाहिए, न कि एक या दो व्यक्ति के पास। उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर में बाल राम की प्राण प्रतिष्ठा का स्वागत करते हुए राम की विशेषताओं का भी उल्लेख किया। उनका कहना था कि भगवान राम माता शबरी को देखने के लिए गरीब की झोपड़ी में गए थे, बड़े-बड़े राजाओं के महलों में नहीं गए थे।
उनका कहना था कि रामराज्य में सब कुछ अच्छा था। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार भी गरीबों की मदद कर रही है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज दिल्ली में हम लोग रामराज्य की अवधारणा से प्रेरणा लेकर अपनी सरकार चलाने की कोशिश कर रहे हैं, रामायण में दी गई परिभाषा के आधार पर। हम दिल्ली में बेघर लोगों के लिए रात के शेल्टर बना रहे हैं ताकि कोई भूखा नहीं मर जाए।
केजरीवाल का सिद्धांत
केजरीवाल ने कहा कि सभी को समान शिक्षा दी जानी चाहिए। शिक्षा सर्वोत्तम होनी चाहिए। राम के शासनकाल में हर बच्चे को स्कूल में पढ़ाया जाता था, चाहे वह राजा, भिखारी या किसान का बेटा हो। सबको समान रूप से शिक्षा दी गई। आज हमारे देश में प्रथा है कि अमीर लोगों के बच्चे सरकारी स्कूलों में जाते हैं, जबकि गरीब लोगों के बच्चे निजी स्कूलों में जाते हैं. इस प्रकार, गरीब लोग गरीब हो जाते हैं और अमीर लोग अमीर हो जाते हैं। अमीर के बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर हैं।
अब गरीब बच्चों का भी भविष्य है। दिल्ली में हर बच्चे को समान और बेहतर शिक्षा मिलने लगी है।
प्रधानमंत्री मोदी पर टिप्पणी
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा, हालांकि बिना नाम लिए। उनका कहना था कि पिछले कुछ समय से देश को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने की चर्चा हो रही है। लेकिन एक ही व्यक्ति को ये पैसे नहीं मिलना चाहिए। उनका कहना था कि एक-दो लोगों को चार ट्रिलियन डॉलर देने से देश को फायदा नहीं होगा। उनका दावा था कि एक ट्रिलयन डॉलर के 140 करोड़ रुपये होने पर एकमात्र आदमी अमीर हो जाएगा, जबकि सारा देश गरीब हो जाएगा। केजरीवाल ने कहा कि बच्चों को नौकरी नहीं मिलेगी।
उन्होंने कहा कि 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनानी चाहिए जिससे 140 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। ये पैसे दो व्यक्तियों के पास नहीं रहना चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश में 75 साल में ऐसा विकास का मॉडल लागू किया गया है जिसका लाभ केवल कुछ ही लोगों को हुआ है।
प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में गर्व की बात है
केजरीवाल ने कहा कि बाल राम की प्रतिष्ठा अयोध्या में गर्व की बात है। उनका कहना था कि भगवान राम बड़े-बड़े राजाओं को महलों में नहीं गए थे, बल्कि माता शबरी को उनके गरीब झोपड़ी में दर्शन देने गए थे।
केजरीवाल ने कहा कि राम ने मां शबरी के जूठे बेर खाए थे। राम को लगता था कि ये एक जूठे बेर है। लेकिन भगवान राम ने कहा कि मुझे प्यार से जो भी कोई भक्त खिलाएगा, मैं उसे खाऊंगा। उनका दावा था कि राम ने जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया था। आज जाति हमारे समाज को बांटती है। राम चौबीस वर्ष वनवास करके वापस आते हैं। उसकी राजधानी में शांति और सुख का वातावरण था; लोगों को कोई परेशानी नहीं थी। इसे रामराज्य कहते थे। माना जाता है कि पूरे मानव इतिहास में कभी सुख और शांति का शासन नहीं हुआ है। राम जाति नहीं मानते थे।
तीसरी अवधारणा
केजरीवाल ने कहा कि बीमार होने पर हर व्यक्ति को समान और बेहतर चिकित्सा मिलनी चाहिए। पैसे नहीं होने पर किसी का इलाज नहीं रुकना चाहिए। इलाज के अभाव में कोई व्यक्ति मरना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सरकारी अस्पतालों में से एक, मोहल्ला क्लिनिक, महिलाओं के लिए खुल रहे हैं। अब सभी को, अमीर या गरीब, समान इलाज मिलना शुरू हो गया। अब भी बहुत कुछ करना है।