
मंत्री श्री मदन दिलावर: सरकार अपने स्तर पर काम करेगी, लेकिन आम लोगों को जल संरक्षण की जिम्मेदारी समझना होगा, जल संरक्षण जागरूकता अभियान
प्रदेश के शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री श्री मदन दिलावर ने कहा कि सभी अपनी चिंता करें और अपने कल को सुधारें। क्योंकि जल नहीं होगा तो हमारा अस्तित्व ही समाप्त हो जाएगा। बतौर मुख्य अतिथि, श्री दिलावर बुधवार को बड़गांव पंचायत समिति के लखावली तालाब पर जिला प्रशासन एवं वाटरशेड विभाग द्वारा आयोजित जल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम में बोल रहे थे। उनका कहना था कि हमारे पूर्वजों ने हमें सिखाया है कि पानी की एक-एक बूंद का भी दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। प्रदेश के कई क्षेत्रों में भू-जल स्तर बढ़ा है, क्योंकि बरसाती जल को बचाया जाता है, चारागाहों को बनाया जाता है और सामुदायिक प्रयास किए जाते हैं।
पुराने जल स्रोतों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि जल भगवान का स्वरूप है।
श्री दिलावर ने कहा कि सरकार अपने स्तर पर काम करेगी, लेकिन आम लोगों को जल संरक्षण की जिम्मेदारी समझना होगा। बरसाती जल के ठहराव और जल निकासी प्रणाली के उपयोग से भू-जल स्तर बढ़ेगा, जो पर्यावरण पर सीधा असर डालेगा। उनका कहना था कि हमें अपने पारंपरिक जल स्रोतों का सम्मान करना चाहिए क्योंकि जल भगवान का स्वरूप है। हम जल को देवता मानते हैं क्योंकि यह जीवन देता है। ऐसे में हमें जल संरक्षण के लिए जागना होगा और दूसरों को भी जागाना होगा। उन्होने कहा कि गंदगी, कूड़ा-करकट और प्लास्टिक को तालाबों और जल स्रोतों में नहीं डालें; सामुदायिक प्रयासों से बावड़ी, कुएं और अन्य जल स्रोतों की साफ-सफाई तथा जीर्णोद्धार करें।
गायों को बचाने की संस्कृति विकसित करनी होगी और भू-जल के अत्यधिक दोहन को नियंत्रित करना होगा।
उनका कहना था कि भू-जल के अति दोहन पर रोक लगानी चाहिए। सरकार अब ट्यूबवेल खोदने की अनुमति नहीं देती क्योंकि राज्य के कई हिस्से भू-जल की दृष्टि से डार्क जोन में हैं। जब भू-जल स्तर अच्छा होगा, तो फसल भी अच्छी होगी। उनका कहना था कि गायों को बचाना चाहिए क्योंकि वे भारतीय संस्कृति में गौ माता का महत्व बताते हैं। गौ माता का संरक्षण जल संरक्षण के साथ-साथ पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। खाद के रूप में हानिकारक रसायनों के उपयोग से प्रभावित हुई देश की मिट्टी को सुधारने के लिए हमें गौ माता के गोबर का इस्तेमाल करना चाहिए। गाय का दूध बच्चों के लिए सर्वोत्तम है।
बर्तन बैंक का बजट घोषित करने के लिए सीएम का आभार व्यक्त करते हुए, अधिक से अधिक पौधरोपण की अपील की
मंत्री श्री मदन दिलावर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का आभार जताते हुए कहा कि बजट में ग्राम पंचायतों में बर्तन बैंक की स्थापना की घोषणा की जाएगी, जो प्लास्टिक और डिस्पोजेबल बर्तनों का इस्तेमाल कम करेगा। इससे कैंसर और पर्यावरण को बचाया जाएगा। गत वर्ष प्रदेश में ऐतिहासिक 7 करोड़ पौधे रोपे गए, उन्होंने कहा। इस साल हम 10 करोड़ पौधे लगाएंगे। विभिन्न समाजिक वर्गों से लक्ष्य निर्धारित कर, उन्होंने अधिक से अधिक पौधारोपण करने का आह्वान किया। श्री दिलावर ने कहा कि स्वच्छता के लिए धन की कोई कमी नहीं है और अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। गोगुंदा विधायक श्री प्रताप गमेती ने कार्यक्रम में जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देने की बात पर जोर देते हुए मंत्री श्री दिलावर का ध्यान आकर्षण करवाया।
घाट पर जल पूजन करके कई परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया
मंत्री श्री मदन दिलावर ने कार्यक्रम स्थल पर जल पूजन करने से पहले राजीविका और वाटरशेड द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन किया। बाद में उन्होंने लखावली ग्राम पंचायत में कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया और तालाब पाल पर वृक्षारोपण भी किया। मंत्री दिलावर ने मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान 2.0 के पहले चरण में किए गए कार्यों की कॉफी टेबलबुक भी विमोचन की। कार्यक्रम में गोगुन्दा विधायक प्रताप गमेती, जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग का निदेशक एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव मुहम्मद जुनैद, जिला परिषद की सीईओ रिया डाबी, पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, स्थानीय जनप्रतिनिधि, संबंधित अधिकारी, कर्मचारी और बहुत से ग्रामीण उपस्थित रहे।
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