NIA कोर्ट ने पंजाब का गैंगस्टर लखबीर लंडा को भगोड़ा घोषित किया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत ने पंजाब के गैंगस्टर लखबीर सिंह उर्फ लंडा को भगोड़ा घोषित कर दिया है। कोर्ट ने एक महीने का नोटिस भेजा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, NIA अब लखबीर की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर रहा है। पिछले साल अगस्त में, तरनतारन के किरयान गांव में एक विशेष एनआईए अदालत ने आतंकी लखबीर लंडा की संपत्ति जब्त करने का भी आदेश दिया था।
एनआईए ने लखबीर लंडा और उसके साथी हरजिंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा, सतनाम सिंह सत्ता, परमिंदर खैहरा और यादविंदर सिंह यादा के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया है। 9 अक्तूबर 2023 से इस मामले की सुनवाई एनआईए की दिल्ली की विशेष अदालत में चल रही है। गौरतलब है कि NIA ने आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने की मांग की थी। लखबीर के नाम नोटिस जारी किया गया और एक महीने बाद उसे भगोड़ा घोषित किया गया।
15 लाख रुपये का इनाम लखबीर लंडा पर एनआईए ने रखा है। 2021 में भी उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी हुआ था। 2017 में उसके भागने के बाद से ही एनआईए उसकी तलाश कर रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, लखबीर सिंह लंडा कनाडा से अपना नेटवर्क चलाता है। कॉन्ट्रैक्ट किलिंग, फिरौती, जबरन वसूली आदि के लिए राज्य में छोटे अपराधियों का इस्तेमाल कर रहा है।
वह इस नेटवर्क की मदद से अमीर लोगों (बिजनेसमैन, डॉक्टर, सेलिब्रिटी) से फिरौती मांगता रहता है। लखबीर सिंह भी गिरफ्तार गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह, जिसे बाबा दहन कहा जाता है, और जो पहले हरविंदर रिंदा का सहयोगी था। गैंगस्टर लखबीर लंडा का नाम भी अमृतसर में सीआईए इंस्पेक्टर की कार के नीचे बम रखने के मामले में सामने आया था।
यह भी कहा जाता है कि पंजाब पुलिस ने लखबीर लंडा के खिलाफ एक मामला बनाया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इसमें लखबीर लांडा के इशारे पर की गई कई अपराधों का उल्लेख है। जिसमें जून 2021 में लखना गांव में वल्टोहा पुलिस स्टेशन के तहत एक विवादित जमीन पर अवैध कब्जा शामिल है। फिर मार्च 2021 में सरहाली से एक कार लूटी गई और तरनतारन जिले के शेरों गांव में एक कमीशन एजेंट से भी पैसे मांगे गए और वसूले गए।