Police encounter में युवक की मौत
फरीदाबाद में Police encounter में युवक की मौत पुलिस कहती है कि मृतक पर चार मामले लूट और झपटमारी के दर्ज हैं। ग्रामीणों और परिवारवालों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है और एनकाउंटर को फर्जी बताया है।
हाइलाइट्स पिता ने कहा कि तुम इतना बदमाश नहीं हो कि अपने बेटे को मार डाला।
बीके अस्पताल को पुलिस छावनी बनाया
ग्रामीणों में व्यापक रोष, मैजिस्ट्रेट की कार रोकी गई
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने परिस्थिति को नियंत्रित किया
Bablu मुलाकात फरीदाबाद
फरीदाबाद एनकाउंटर में बब्लू की हत्या
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फ़रिदाबाद: पावाटा में Police encounter में पुलिस और कार में सवार युवकों के बीच हुई झड़प में पुलिस ने एक युवक को गोली मार दी। Police encounter में युवक की मौत दोनों ओर से गोलीबारी के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मृतक पर चार लूट और झपटमारी के मामले दर्ज हैं, बकौल फरीदाबाद पुलिस। वहीं, ग्रामीणों और परिवार ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया और इसे फर्जी बताया।
बीके अस्पताल को पुलिस छावनी बनाकर कोई अप्रिय घटना नहीं होने दी गई। ग्रामीण इस घटना से बहुत क्रोधित थे। ग्रामीण न्यायिक जांच के लिए पहुंचे जिला न्यायाधीश नौरंग शर्मा के पीछे दौड़ पड़े और उनकी कार को रोक भी लिया। लेकिन ग्रामीणों को पुलिस ने समझाकर शांत कराया।
शनिवार रात को क्राइम ब्रांच प्रभारी राकेश को पता चला कि बलराज उर्फ बलविंदर उर्फ बब्लू, जो जून में डबुआ व उत्तम नगर में हुई लूट मामले में वांछित था, अपने दो साथियों के साथ कार में सवार होकर सोहना की ओर किसी वारदात को अंजाम दे सकता है।
पेट में गोली मार दी
पुलिस ने इस पर कार को आलमपुर से सिलाखडी जाने वाली सड़क पर रुकने का संकेत दिया। कार सवारों का आरोप है कि वे पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश करते हुए गोली चलाई। सरकारी गाड़ी के बंपर पर दो गोलियों के निशान देखे जा सकते हैं। पुलिस ने भी फायर न करने और सरेंडर करने की चेतावनी दी। आरोपी सिलाखड़ी से पावटा की ओर भागते हुए गांव में पहुंचे, जहां पुलिस दल पर फिर से गोली चलाई गई। पुलिस ने भी गोली चलाई, जिससे बब्लू को चोट लगी।
Police encounter घायल बब्लू और दो अन्य युवा गांव के एक मंदिर के पास गिरफ्तार किए गए। जब बब्लू को बीके अस्पताल ले जाया गया, वहां डॉक्टर ने उसकी मृत्यु घोषित कर दी। दो अन्य युवा नाम अनूप (छलिया) और अरविंद हैं। अरविंद राजीव कॉलोनी में रहता है, जबकि अनूप डबुआ कॉलोनी में रहता है।
भारी पुलिस बल लगाए गए
इस घटना को लेकर बीके अस्पताल पुलिस छावनी में बदल गया। पूरे राज्य की पुलिस अस्पताल पहुंची। गांव में पुलिस बल भी मुस्तैद था। पीड़ित लोगों और स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया और कहा कि बब्लू पुलिस ने मार डाला है। डीसीपी नरेंद्र कादियान, एसीपी अमन यादव और अन्य पुलिस अधिकारी गुस्से से मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पुलिस की उचित कार्रवाई के लिए लिखित शिकायत की। ग्रामीणों की मांग पर पुलिस इसकी जांच कर रही है। दक्षिणी न्यायाधीश नौरंग शर्मा इसकी जांच करेंगे।
बब्लू एक वॉन्टेड अपराधी था।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि बब्लू पर तीन झपटमारी के अलावा हथियारों के साथ लूटपाट के मामले हैं। उसके खिलाफ रिपोर्ट मुजेसर, सारन और थाना सेक्टर 58 में दर्ज हैं। उसने वॉन्टेड किया था। वहीं अनूप पर भाकरी गांव के नरेश की हत्या का आरोप लगाया गया है। वह कैद में था। कुछ दिन पहले वह निकला था। 2019 में, अनूप ने अपने साथियों के साथ डबुआ सब्जी मंडी में नरेश की हत्या की थी। एक्ससाइज एक्ट के तहत अरविंद पर रिपोर्ट दर्ज है।
पिता ने कहा कि धन लेने भेजा गया था
रमेश कुमार, बब्लू के पिता, ने बताया कि पुलिस ने उनके बेटे को Police encounter डाला है। वह उनका एकमात्र बच्चा था। उसे मांगर गांव में पैसे लेने के लिए भेजा गया था। इंतजार करने के बाद वह सो गया। रविवार सुबह, गांव के सरपंच वीरू को बब्लू का पता चला। इसके बाद परिजनों को पता चला और गांव में इसकी चर्चा हो गई। बब्लू की तीन संतान हैं। तीन बेटे हैं: चार साल का शौर्य, तीन साल की इमली और आठ महीने का अभिषेक।