राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकुंभ में लगाई आस्था की डुबकी, सूर्य को अर्ध्य दिया, गंगा मैया को चुनरी चढ़ाई और..।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई।
पीएमके बाद आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान राष्ट्रपति ने विधिपूर्वक पूजा की।
महाकुंभ में आम लोगों के साथ कई प्रमुख नेता और हस्तियों का आगमन जारी है। 10 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ की साक्षी बनीं। त्रिवेणी संगम में राष्ट्रपति ने विशेष कामना भी की।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाकुंभ में
- सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महाकुंभ में पहुंचकर संगम में स्नान किया। उन्होंने गंगा में तीन बार डुबकी लगाई।
- पवित्र जल में उतरने से पहले, राष्ट्रपति ने पूरी श्रद्धा से जल को छूकर आशीर्वाद लिया. फिर उन्होंने पवित्र जल में फूल माला और नारियल अर्पित किए।
- राष्ट्रपति ने मंत्रोच्चार के बीच गंगा पूजन करने के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दिया।
- राष्ट्रपति ने संगम त्रिवेणी का दुग्धाभिषेक भी किया।
- उनके पास अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी थीं। बाद में संगम पर तीनों पवित्र नदियों की आरती उतारी गई और पक्षियों को दाना खिलाया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्या प्रयास किए?
महाकुंभ में पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गंगा में स्नान करते हुए देश भर में शांति और समृद्धि की कामना की। द्रौपदी मुर्मू महाकुंभ में डुबकी लगाने वाली देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं।
लेटे हुए हनुमान के दर्शन
द्रौपदी मुहूर्त में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रयागराज में अक्षय वट और लेटे हनुमान मंदिर भी देखा। दुनिया में यह एकमात्र मंदिर है जहां बजरंगबली आराम से अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। इस प्रतिमा का मानना है कि अहिरावण उनकी भुजा के नीचे दबा है।
महाकुंभ में अब तक कितने लोग स्नान कर चुके हैं?
13 जनवरी से अब तक, 43.57 करोड़ से अधिक लोगों ने महाकुंभ में स्नान किया है। महाकुंभ के दो शाही स्नान अभी बाकी हैं। 12 फरवरी 2025 को माघ पूर्णिमा पर और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर महाकुंभ का शाही स्नान किया जाएगा।
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