राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 126वें प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल राज्य सिविल सेवा अधिकारियों से मुलाकात की।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में 126वें प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल राज्य सिविल सेवा अधिकारियों से मुलाकात की।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी-एलबीएसएनएए में 126 वें प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे राज्य सिविल सेवा के अधिकारियों से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने इस अवसर पर अपने संबोधन में अधिकारियों को उनकी पदोन्नति और भारतीय प्रशासनिक सेवा में उनके प्रवेश पर बधाई दी। उन् होंने अधिकारियों से कहा कि वे दूसरों को अपनी नई भूमिका में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें और अपने काम का उदाहरण दें। राष्ट्रपति ने अधिकारियों से भी कहा कि वे अपने आसपास के लोगों को सार्वजनिक सेवा में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करें। राष्ट्रपति ने उनसे प्रशासनिक कामकाज और सरकारी नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने में राष्ट्रीय और समावेशी दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि लोगों की आवश्यकताओं को पूरा करने की जिम्मेदारी और संवेदनशीलता में शासन का मूल्य निहित है। उन्होंने कहा कि गरीबों और वंचितों पर ध्यान देते हुए नागरिक-केंद्रित शासन लोक कल्याण को प्राथमिकता देता है। राष्ट्रपति ने अधिकारियों को सुनिश्चित करने की सलाह दी कि नीतियां और कार्यक्रम प्रभावी ढंग से लागू हों। उनका कहना था कि अधिकारियों को देश और उसके नागरिकों के विकास में योगदान देना चाहिए।

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि पर्यावरण क्षरण और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पर्यावरण अनुकूल पहल को बढ़ावा देना चाहिए। विकास का लाभ समाज के सभी वर्गों को भी मिलना चाहिए, खासकर वंचितों और सामाजिक हाशिए पर पड़े लोगों को। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे निरंतरता और समावेशिता के सिद्धांतों को अपने कामकाज में बनाए रखें।

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