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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर्षिल में जनसभा को संबोधित किया, ये दशक उत्तराखंड का होगा..। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में शीतकालीन पर्यटन को मुखवा और हर्षिल से जोरदार प्रोत्साहित किया है, जब वे एक दिवसीय शीतकालीन यात्रा पर उत्तरकाशी पहुंचे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर्षिल में जनसभा को संबोधित करते हुए पहली बार पिछले दिनों माणा में हुए हिमस्खलन में मरने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने फिर कहा कि उत्तराखंड में आध्यात्मिक ऊर्जा है। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के प्रति अपने गहरे स्नेह का प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि जीवनदायिनी मां गंगा की शीतकालीन गद्दी पर अपने परिवार के बीच आकर खुश हो रहे हैं। उन्हें दशकों तक उत्तराखंड में सेवा करने का सौभाग्य मात्र मां गंगा की कृपा से मिला।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ महीने पहले उन्होंने महसूस किया कि जैसे मां गंगा ने उन्हें गोद ले लिया था, आज वह अपने बच्चे के प्रति मां गंगा की कृपा से मुखवा गांव पहुंच पाए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे हर्षिल की धरती पर आकर अपनी दीदी भुलियों को भी याद करेंगे क्योंकि वे उन्हें हर्षिल की राजमा सहित स्थानीय उत्पादों को भेजते रहते हैं।

ये दशक उत्तराखंड का- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले जब वे बाबा केदार को देखने आए थे, तो उनके मुंह से अचानक भाव आया कि ये दशक उत्तराखंड का होने वाला था। बाबा केदार ने इन भावों को प्रेरित किया, हालांकि ये भाव उनके थे। अब ये शब्द बाबा की कृपा से धीरे-धीरे सच्चाई में बदल रहे हैं। अब ये दशक उत्तराखंड का है। उत्तराखंड की प्रगति के लिए नए रास्ते खुल रहे हैं, पुराने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए उत्तराखंड लगातार नए लक्ष्य ले रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का प्रयास प्रशंसनीय है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालीन पर्यटन पर जोर देते हुए कहा कि इससे उत्तराखंड की आर्थिक क्षमता साकार होगी। प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस नवीन पहल के लिए बधाई देते हुए कहा कि राज्य का पर्यटन क्षेत्र दोहरी या बारामासी होना चाहिए। उत्तराखंड में 356 दिन का पर्यटन करना आवश्यक है। उनका कहना था कि वे चाहते हैं कि उत्तराखंड में हर पर्यटन सीजन खुला रहे, न कि कोई छुट्टी हो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मार्च से जून के बीच पहाड़ों पर सबसे अधिक पर्यटक आते हैं, लेकिन इसके बाद पर्यटकों की संख्या घट जाती है। अभी सर्दियों का समय है, इसलिए होटल, रिजॉर्ट और होम स्टे खाली हैं। ये असंतुलन उत्तराखंड की आर्थिकी को वर्ष के अधिकांश हिस्से में प्रभावित करते हैं। वास्तव में, सर्दियों में बाहर से आने वाले लोगों को वास्तव में देवभूमि की सुंदरता देखने का मौका मिलेगा। यहां पर्यटकों को ट्रैकिंग और स्कीइंग का रोमांच मिलेगा।

सर्दियों का महत्वपूर्ण समय धार्मिक यात्रा के लिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में सर्दियों का समय धार्मिक यात्रा के लिए भी बहुत खास है। इस समय यहां कई तीर्थस्थलों पर विशेष पूजा-पाठ होते हैं। यहां मुखवा गांव में ही किया जाने वाला अनुष्ठान हमारी प्राचीन परंपरा का एक हिस्सा है, इसलिए उत्तराखंड सरकार का बार-बार पर्यटन का लक्ष्य लोगों को अद्भुत अनुभूति देगा। इससे वर्ष भर काम मिलेगा।

डबल इंजन सरकार का कार्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डबल इंजन सरकार मिलकर उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने में लगी है। राज्य में रेलवे और हेली सेवाओं का विस्तार हो रहा है, साथ ही चारधाम रोड और आधुनिक एक्सप्रेस वे।

एक दिन पहले केंद्र सरकार ने हेमकुंड साहिब और केदारनाथ के लिए रोपवे को मंजूरी दी है। केदारनाथ रोपवे की पैदल यात्रा ३० मिनट में पूरी होगी। इससे महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों की यात्रा आसान हो सकेगी।

सीमांत गांवों का निर्माण

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने वाले पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. 2014 से पहले, 18 लाख यात्री हर साल चारधाम यात्रा पर आते थे, लेकिन अब 50 लाख से अधिक लोग हर साल आते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल के बजट में पच्चीस पर्यटन स्थानों की स्थापना की जाएगी। इससे सरकार की कोशिश है कि उत्तराखंड के बॉर्डर वाले क्षेत्रों में पर्यटकों का प्रवेश हो। उनका कहना था कि पहले सीमावर्ती गांवों को “आखरी गांव” कहा जाता था, लेकिन अब वे “पहला गांव” कहलाते हैं।

गढ़वाली घाम पयर्टन

प्रधानमंत्री ने देशभर के लोगों, खासकर युवा लोगों को सर्दियों में उत्तराखंड आने का आह्वान करते हुए कहा कि पहाड़ों में धूप का आनंद ले सकते हैं जब देश के बड़े हिस्से में कोहरा होता है। गढ़वाली में यह घाम तापो पयर्टन कहलाता है। प्रधानमंत्री ने देश की कंपनियों से उत्तराखंड में वसंत पर्यटन में भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि देवभूमि में कंपनियों की बैठकें, कांफ्रेंस, सेमिनार और उत्सवों के लिए अच्छी जगह नहीं हो सकती। आप यहाँ आकर योग और आयुर्वेद का अभ्यास कर सकते हैं। यही कारण है कि स्कूलों, विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के विद्यार्थी उत्तराखंड में छुट्टी मनाने आ सकते हैं।

शूटिंग और वैडिंग स्थान

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी वैडिंग इकॉनामी हजारों करोड़ रुपये की है। यही कारण था कि उन्होंने अपने देशवासियों से अपने देश में ही शादियां करने की अपील की थी। सर्दियों में छुट्टी मनाने के लिए लोग उत्तराखंड को चुन सकते हैं। भारत की फिल्म इंडस्ट्री उत्तराखंड की ओर देख सकती है, जिसे मोस्ट फिल्म फ्रैंडली स्टेट पुरस्कार मिला है।

यहां शानदार फिल्म शूटिंग सुविधाएं बन रही हैं, उन्होंने कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड विश्व भर में विंटर टूरिज्म के लिए बहुत कुछ सीख सकता है। इसके लिए उत्तराखंड पर्यटन क्षेत्र के सभी अधिग्रहणकर्ता मिलकर अध्ययन करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में कई गर्म मौसम वाले स्थानों को स्वास्थ्य स्पा बनाया जा सकता है। सर्दियों में योग, धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्रों में प्रसिद्ध लोग अपने यहां विशेष योगा कैम्प लगा सकते हैं।

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