पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने छोटे बच्चों की शिक्षा के बारे में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। पंजाब सरकार ने बच्चों के दाखिले को लेकर अभिभावकों को बड़ी राहत दी है। अब पंजाब सरकार ने 3 साल का बच्चा भी नर्सरी में दाखिला ले सकेगा।
इसके अलावा, अभिभावक अपने घर से किसी भी कक्षा में नामांकन और पंजीकरण कर सकेंगे। ई-पंजाब पोर्टल पर ऑनलाइन पंजीकृत होने के लिए एक फार्म भरना होगा. इसके बाद, स्कूल सीधे अभिभावकों से फोन पर संपर्क करेगा। ध्यान दें कि पंजाब में प्री-प्राइमरी स्कूल में दाखिले की उम्र चार साल थी, जबकि निजी स्कूल तीन साल के बच्चों को कक्षा में ले जाते थे।
इससे पंजाब में छोटे बच्चे आंगनवाड़ी केंद्रों को छोड़कर सीधे निजी स्कूलों की नर्सरी में चले गए, जिससे सरकारी स्कूलों में नामांकन कम हो गया। पंजाब सरकार ने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की उम्र चार की बजाय तीन साल कर दी है, इससे अभिभावकों को बच्चों को निजी स्कूलों में भेजने के लिए अधिक खर्च नहीं करना पड़ेगा। केंद्र सरकार की शिक्षा नीति को देखते हुए पंजाब सरकार ने प्राइमरी-1 और प्राइमरी-2 की जगह एलकेजी और यू लागू कर दी है।