Sukhbir Badal: शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष Sukhbir Badal को लगातार मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
Sukhbir Badal: श्री अकाल तख्त के पांच सिंह साहिबानों ने व्यक्तिगत रूप से अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर बादल से मिलकर आरोपों पर स्पष्टीकरण देने को कहा है। आरोप है कि सुखबीर बादल ने पंथ की भावनाओं को सियासी लाभ के लिए धोखा दिया।
शिअद अध्यक्ष (सुखबीर बादल का नाम नहीं लिया गया) को सोमवार को अकाल तख्त सचिवालय में पांच प्रमुख सिंह साहिबानों की बैठक में 15 दिन के भीतर व्यक्तिगत रूप से अकाल तख्त पर पेश होने और आरोपों पर लिखित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की भूमिका भी जांच की जा रही है, जिसने 2015 में डेरा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को अकाल तख्त द्वारा दी गई विवादास्पद माफी को सही ठहराने के लिए 91 लाख रुपये खर्च किए थे।
प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सुरजीत सिंह रखड़ा, बीबी जागीर कौर, गुरप्रताप सिंह वडाला, परमिंदर सिंह ढींडसा, करनैल सिंह पंजौली, सरवन सिंह फिल्लौर, मनजीत सिंह और अन्य बागी शिअद नेताओं ने एक जुलाई को अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह को लिखित माफीनामा भेजा था। इसमें शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल ने चार गलतियों की माफी मांगी थी। इनमें डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी देना और 91 लाख रुपये के विज्ञापन जारी करना, 2015 में फरीदकोट के बरगाड़ी में हुई ईशनिंदा की सही जांच नहीं करना, आईपीएस अधिकारी सुमेध सैनी को डीजीपी बनाना और मोहम्मद इजहार आलम की पत्नी को टिकट देना शामिल हैं।
शिअद की सरकार (2007-2017) के दौरान उसके शीर्ष नेतृत्व ने कई “गलतियां” कीं, लेकिन वे मूकदर्शक बने रहे, जिससे लोगों का शिअद से मोहभंग हो गया, इसलिए माफीनामे में शिअद के बागी नेताओं ने कहा कि उन्हें जो भी ‘दंड’ मिलेगा उसका सामना करने को तैयार हैं।
साथ ही, श्री अकाल तख्त साहिब में पांचों सिंह साहिबानों ने तख्त श्री हरमंिदर पटना साहिब के पूर्व जत्थेदार ज्ञानी इकबाल सिंह को तनख्ााहिया बनाया है। ज्ञानी इकबाल सिंह पर तख्त श्री हरमंिदर पटना साहिब में रहते हुए श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था। पांच सिंह साहिबानों में भाई मंगल सिंह श्री अकाल तख्त साहिब, तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी सुल्तान सिंह और सचखंड श्री हरमंदिर साहिब के ग्रंथी ज्ञानी बलजीत शामिल थे।
शिअद: वे निर्देशों का पालन करेंगे
शिअद के मुख्य प्रवक्ता अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि अकाल तख्त के आदेशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर सिख के लिए अकाल तख्त सर्वोच्च है और शिअद अध्यक्ष एवं पूरा पार्टी नेतृत्व उसके आदेश का पालन करेंगे।