Tata Group Share: चार दिनों में 85,000 करोड़ रुपये की कमाई, टाटा ग्रुप के शेयरों पर निवेशक टूटे
Tata Group Share: इस हफ्ते देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने टाटा ग्रुप का दबदबा शेयर मार्केट में रहा। टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस (Tata Sons) के आईपीओ घोटाले के बाद रिटेल निवेशकों ने बहुत सारे शेयर खरीदे। इस दौरान, ग्रुप की 24 सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 85,000 करोड़ रुपये से 31.6 लाख करोड़ रुपये हो गया। Tata Chemicals ने सबसे तेजी से काम किया। इस हफ्ते कंपनी के शेयरों में 36% की वृद्धि हुई। टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (Tata Investment Corporation) का शेयर २८ प्रतिशत बढ़ा। ACE Equity का डेटा यह बताता है।
टाटा पावर की वैल्यू इस हफ्ते 13% बढ़ी, जबकि टाटा ग्रुप की कंपनी रैलिस इंडिया का शेयर 14% बढ़ा। डिमर्जर की खबर ने टाटा मोटर्स का शेयर भी छह प्रतिशत बढ़ा दिया। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, टाटा मोटर्स अपने कमर्शियल वीकल और पैसेंजर वीकल बिजनस को अलग करेगा, फिर दोनों को शेयर बाजार में लिस्ट किया जाएगा। आरबीआई नियमों के अनुसार, टाटा संस को सितंबर 2025 तक लिस्ट होना चाहिए। टाटा केमिकल्स को अपने आईपीओ में सबसे अधिक लाभ मिलने की उम्मीद है। निवेशकों ने इस शेयर को हाथोंहाथ लिया। टाटा संस को लिस्टिंग से बचाने के लिए टाटा ग्रुप लीगल और आर्थिक उपायों पर विचार कर रहा है।
कितनी किसकी हिस्सेदारी
दोराबजी टाटा ट्रस्ट का 28% और टाटा ट्रस्ट का 24% हिस्सेदारी टाटा संस में है। इसमें टाटा पावर और इंडियन होटल्स की हिस्सेदारी दो प्रतिशत और टाटा मोटर्स और टाटा केमिकल्स की हिस्सेदारी एक प्रतिशत है। स्पार्क कैपिटल की कैलकुलेशन के परिणामस्वरूप टाटा संस में टाटा केमिकल्स की 3% की स्टेक वैल्यू लगभग 19,850 करोड़ रुपये है, जो कंपनी की मार्केट वैल्यू का लगभग 80% है। पिछले साल चर्चा हुई कि टाटा संस को 11 लाख करोड़ रुपये का मूल्य मिल सकता है। अगर कंपनी पांच फीसदी हिस्सेदारी बेचती है, तो उसका आईपीओ लगभग 55,000 करोड़ रुपये का हो सकता है। यही कारण है कि यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा।