Tata Motors ने दिल्ली में पांचवीं रजिस्टर्ड ऑटो रिसाइकल फैक्ट्री शुरू की, जहां हर साल 18 हजार कारें रिसाइकल की जाएंगी।

Tata Motors, देश की सबसे बड़ी कार निर्माता, दिल् ली में एक और पंजीकृत वाहन सफाई केंद्र शुरू कर दिया है। इससे पहले, कंपनी ने देश के चार अन्य शहरों में ऐसी सेवाएं शुरू की थीं। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों को इससे क्या लाभ होगा? जानते हैं।

Tata Motors, देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माताओं में से एक, दिल् ली में एक नवीनतम पंजीकृत वाहन सफाई केंद्र को शुरू किया है। कंपनी ने पहले भी देश के चार अन्य शहरों में ऐसी सेवाएं शुरू की हैं। हम इस खबर में आपको बता रहे हैं कि इस नई फैसिलिटी में हर साल कितनी कारें टूट सकती हैं।

शुरू हुआ रजिस्टर्ड वाहन उत्खनन केंद्र

टाटा मोटर्स ने दिल्ली में नई वाहन स् क्रैपिंग फैसिलिटी शुरू की है। इसके लिए कंपनी जौहर मोटर्स के साथ काम करती है।

कितनी कारें स्‍क्रैप होंगी?

कंपनी ने बताया कि इस नई फैसिलिटी में हर साल 18 हजार पुराने कारों को स् क्रैप किया जा सकेगा। कंपनी ने पहले से ही देश के चार बड़े शहरों में ऐसी फैसिलिटी शुरू की है। शामिल हैं सूरत, भुवनेश् वर, जयपुर और चंडीगढ़।

टाटा ने एक विशिष्ट नाम दिया

इस तरह की फैसिलिटी को टाटा मोटर्स ने एक विशिष्ट नाम दिया है। कंपनी ने बताया कि इस आधुनिक फैक्ट्री का नाम ‘Re.Wi.Re’ है। यह प्रति वर्ष लगभग 18 हजार गाड़ी स्क्रैप कर सकता है। यह सुविधा लाइन और सेल प्रकार के निस्तारण प्रक्रियाओं के साथ डिजिटलीकरण और दक्षता बढ़ाने में काफी सहायक होगी।

वाहन स्‍क्रैप नियम

मार्च 2021 में देश में वाहन स्क्रैप नियम लागू किए गए। इसके अनुसार, पंद्रह वर्ष से अधिक पुराने यात्री वाहनों और पंद्रह वर्ष से अधिक पुराने कमर्शियल वाहनों को स्क्रैप कराना अनिवार्य है। इन मानदंडों को पूरा करने वाले वाहनों को फिटनेस और उत्सर्जन टेस्ट से गुजरना पड़ता है, जो ब्रेक गुणवत्ता, इंजन प्रदर्शन और अन्य महत्वपूर्ण कारकों को परीक्षण करते हैं। इस परीक्षा में विफल होने पर उन्हें सड़क पर चलने के लिए अनुपयुक्त माना जाता है।

Exit mobile version