इन दो दलों के मिलकर चुनाव लड़ने की योजना ने पंजाब की राजनीति में बड़ी हलचल पैदा की।

पंजाब की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना सामने आई है। वास्तव में, पंजाब में बसपा ने शिरोमणि अकाली दल को बड़ा झटका लगाया है। बसपा अध्यक्ष मायावती ने देश भर में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, जिससे वह कहीं-कहीं अकाली दल से गठबंधन से अलग दिखती हैं। दोनों दलों के प्रदेश नेताओं ने फिलहाल कोई घोषणा नहीं की है।

वास्तव में, अपने 68वें जन्मदिन पर, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि बीएसपी 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। जिन राज्यों में बीएसपी का गठबंधन है, वे इससे बच रहे हैं, वहाँ यह चुनाव किसी गठबंधन या पार्टी के साथ नहीं लड़ा जाएगा।

मायावती ने चुनाव को लेकर फिर से स्पष्ट करना चाहती है कि उनकी पार्टी अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी, खासकर अनुसूचित जाति, जनजाति, अति पिछड़ा वर्ग, मुस्लिम और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए। यहां बता दें कि जसबीर सिंह गढ़ी ने पिछले दिनों कहा था कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ी योजना बनाई है और आने वाले दिनों में एक बड़ा ऐलान किया जाएगा।मायावती की घोषणा के बाद पंजाब की राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है।

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