दिल्ली के द्वारका वालों को सरकार अच्छी खबर देने वाली है। परिवहन विभाग ने द्वारका सब-सिटी में विभिन्न स्थानों पर इलेक्ट्रिक स्कूटर उपलब्ध कराने के लिए फिर से बोलियां मांगी हैं, जिसका उद्देश्य लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बढ़ाना है। सरकार का लक्ष्य 3,000 वाहनों को तीन चरणों में ९० अधिक आवाजाही वाले स्थानों पर तैनात करना है। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर आशीष कुंद्रा ने एक्स पर लिखा कि द्वारका में बस स्टॉप और मेट्रो स्टेशनों के साथ पहले और अंतिम मील कनेक्टिविटी के लिए हाई और लो स्पीड वाले स्कूटरों के लिए बोलियां मिली हैं।
ई-स्कूटर सूत्रों ने इस बार कहा कि पहले भी बोलियां आमंत्रित की गई थीं, लेकिन सफल नहीं हुईं। परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस बार यह केवल इलेक्ट्रिक स्कूटर तक सीमित है। साइकिल इसमें शामिल नहीं है। ई-स्कूटर को मेट्रो स्टेशनों, बस स्टेशनों, बाजारों, मॉलों और विश्वविद्यालयों में लगाया जाएगा। पहले चरण में 1,500 वाहन लॉन्च किए जाएंगे; दूसरे चरण में 750 वाहन लॉन्च किए जाएंगे, और तीसरे चरण में बाकी वाहन शामिल किए जाएंगे। इसमें लंबे समय के किराया होगा। बोलीदाताओं को आवश्यकतानुसार विभिन्न EV वेरिएंट चलाने की क्षमता होगी।
लागू करने का तरीका: पहला चरण अगले चार महीने में लागू होगा। फेज III के लिए चार महीने अतिरिक्त लागू किए जाएंगे। परियोजना का अनुमानित मूल्य 18 करोड़ रुपये है। एक अधिकारी ने कहा कि प्रत्येक मिनट कम से कम दस मिनट के उपयोग पर उपयोगकर्ता से शुल्क लिया जाएगा। उनका कहना था कि सामर्थ्य सुनिश्चित करने के लिए उपयोगकर्ता शुल्क भी सीमित होंगे। एक बार चार्ज करने पर ई-स्कूटर 60 किमी की दूरी तय कर सकते हैं। अधिकारी ने बताया कि यात्री एकीकृत टिकटों का उपयोग करके इन्हें किराए पर ले सकते हैं। बसों और मेट्रो पर भी ये टिकट लागू होंगे।