ये खाद्य पदार्थ Acidity होने पर नहीं खाना चाहिए! पेट में मच जाएगा तहलका, डाइजेशन का बज जाएगा बैंड
Acidity से पीड़ित लोगों को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
बहुत से लोग Acidity से परेशान हैं। जब पेट में अधिक एसिड बनने लगता है, तो एसिडिटी होती है। सीने में जलन, पेट में दर्द, गैस और खट्टी डकारें जैसी समस्याएं एसिडिटी से होने लगती हैं। एसिडिटी, तनाव और खराब लाइफस्टाइल सब कुछ हो सकता है। यह समस्या अक्सर बढ़ सकती है और पाचन समस्याओं को जन्म दे सकती है। एसिडिटी से पीड़ित लोगों को अपने आहार पर विशेष ध्यान देना चाहिए। एसिडिटी कुछ खाद्य पदार्थों से हो सकती है।
नोएडा के डाइट मंत्रा क्लीनिक की संस्थापक और वरिष्ठ डाइटिशियन कामिनी सिन्हा ने बताया कि अधिक मसालेदार, ऑयली और डीप फ्राइड खाना एसिडिटी को बढ़ा सकता है। इन खाद्य पदार्थों में उच्च मात्रा में मसाले और तेल होता है, जो पेट में ऐंठन और दर्द का कारण बन सकता है। जब हम इन चीजों को खाते हैं, तो हमारे पेट में एसिड उत्पादन बढ़ जाता है, जिससे पाचन में कठिनाई होती है। पेट की परत को मसाले स्टिम्युलेट करते हैं, जो एसिड रिफ्लक्स को बढ़ावा देते हैं। ये खाद्य पदार्थ एसिडिटी वालों को नहीं खाने चाहिए।
डॉक्टरों का कहना है कि कई फ्रूट्स एसिडिटी को बढ़ा सकते हैं। नींबू, अमरूद, संतरा, अंगूर, टमाटर और अन्य खट्टे फल एसिडिटी को बढ़ा सकते हैं। इन फलों में अधिक प्राकृतिक एसिड होते हैं, जो पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ाते हैं। इससे पेट में जलन हो सकती है। एसिडिटी को कम करने के लिए इन फलों को कम से कम खाना चाहिए। अल्कोहल और कैफीन भी एसिडिटी को बढ़ाते हैं। पेट में जलन पैदा करने वाले एसिड रिफ्लक्स को कॉफी, चाय और एनर्जी ड्रिंक्स में कैफीन बढ़ाता है।
एक्सपर्ट कहते हैं कि ज्यादा शुगर खाना और ड्रिंक्स पीना भी एसिडिटी को बढ़ा सकता है। मिठाई, केक, कुकीज और अन्य मीठे खाद्य पदार्थ पाचन प्रणाली पर दबाव डालते हैं और पेट में एसिड का उत्पादन बढ़ाते हैं। यह खाद्य पदार्थ अक्सर रिफाइंड शुगर से भरे होते हैं, जो शरीर को जलन और कमजोर कर देते हैं। शरीर में अतिरिक्त शुगर होने पर पेट में अतिरिक्त एसिड बनाया जाता है, जिससे एसिडिटी हो सकती है। इसलिए मीठे खाने और ड्रिंक्स को कम ही पीना चाहिए। कुछ लोगों को डेयरी उत्पादों से एसिडिटी भी हो सकती है।