Uttar Pradesh News: महाकुम्भ 2025 के दौरान बेहतर आपदा प्रबंधन के उद्देश्य से महत्वपूर्ण टेबलटॉप एक्सरसाइज का आयोजन

Uttar Pradesh News: राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी विभागों को किया जागरूक

Uttar Pradesh News: जनपद प्रयागराज में मेला क्षेत्र के पुलिस लाइन, प्रशिक्षण सभागार में महाकुम्भ 2025 के दौरान आपदा प्रबंधन की कार्यवाहियों को बेहतर करने के उद्देश्य से टेबलटॉप एक्सरसाइज बैठक का आयोजन उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणके माननीय उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, पी.वी.एस.एम,ए.वी.एस.एम, वी.एस.एम, (से.नि.), श्री विजय विश्वास पंत, आई०ए०एस०, मण्डलायुक्त प्रयागराज, ए0डी0जी0 ज़ोन प्रयागराज, श्री भानु भास्कर, आई०पी०एस०, प्रयागराज पुलिस कमिश्नर श्री तरुण गाबा, आई०पी०एस० एवं मेला अधिकारी श्री विजय किरण आनन्द, आई०ए०एस० की उपस्थिति में किया गया।

बैठक को संबोधित करते हुए प्राधिकरण के माननीय उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने बताया कि महाकुम्भ आयोजन को सुगम एवं सुरक्षित बनाने हेतु आपदा प्रबंधन का विशेष महत्व है। आपदा प्रबंधन के सभी पहलुओं पर ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है जिसमें कि एक महत्वपूर्ण पहलू सभी विभागों एवं एजेन्सियों का आपसी समन्वय एवं पूर्व अभ्यास है। वर्ष 2019 के कुम्भ के मुकाबले आज प्रदेश के संसाधनों में व्यापक वृद्धि हुई है। हमारी एसडीआरएफ पूर्णतया संसाधनों से युक्त एवं प्रशिक्षित है तथा एनडीआरएफ के साथ कंधे से कंधा मिलाकर तैनात है। इसी प्रकार पीएसी, अग्निशमन एवं जल पुलिस के संसाधनों में वृद्धि की गयी है जिससे कि आपदा की स्थिति को न्यूनीकृत किया जा सके। प्रदेश में अब 10000 से अधिक युवा आपदा मित्र के रूप में प्रशिक्षित हो चुके हैं जो कि महाकुम्भ-2025 में आपदा प्रबंधन के कार्यों हेतु प्रशासन के साथ मिलकर अपनी स्वयंसेवा प्रदान करेंगे।

कार्यक्रम की शुरुआत श्री राजेंद्र सिंह, पीवटीवएम०, टीवएम०, सदस्य एवं विभाग प्रमुख, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली के मुख्य अभिभाषण से हुई। श्री राजेंद्र सिंह ने बताया कि यू०पी०एस०डी०एम०ए० द्वारा महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में आपदा प्रबंधन के लिए टेबलटॉप एक्सरसाइज़ का आयोजन सभी एजेंसियों को आपदा प्रबंधन योजना की प्रभावशीलता का आंकलन करने एवं अपने योजनाकी तैयारियों में मौजूद कमियों और सुधार के क्षेत्रों को पहचानने में सहायक होगा साथ ही अन्य प्रदेशों के लिए एक केस स्टडी के रूप में सहयोगी भी होगा।

श्री विजय विश्वास पंत, आई०ए०एस०, मण्डलायुक्त प्रयागराज, आई०ए०एस०, ने अपने सम्बोधन में कहा कि टेबल टॉप अभ्यास का मुख्य उद्देश्य महाकुम्भ 2025 के दौरान बेहतर आपदा प्रबंधन हेतु सभी स्टेक होल्डर को मेला क्षेत्र में संभावित आपदा के दौरान त्वरित एवं एकीकृत प्रतिक्रिया एवं इसके प्रबंधन के प्रति जागरूक करना था, जिससे किसी भी आपदा के दौरान सभी विभाग आपसी समन्वय से प्रतिक्रिया करने में सक्षम रहे।

एन०डी०आर०एफ० के महानिदेशक श्री पीयूष आनंद, आई०पी०एस० ने बताया कि महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों में राष्ट्रीय आपदा मोचक बल (छक्त्थ्) की भूमिका आपदा प्रबंधन और टेबलटॉप एक्सरसाइज़ अभ्यास में अत्यंत महत्वपूर्ण है। छक्त्थ् के पास प्राकृतिक आपदाओं (जैसे बाढ़, भूकंप) और मानव-निर्मित आपदाओं (जैसे आग,भगदड़, सी०बी०आर०एन०) से निपटने का व्यापक अनुभव है। छक्त्थ् सभी एजेंसियां के साथ एकीकृत रूप से कार्य करेंगे।

टेबलटॉप एक्सरसाइज़ एक्सरसाइज में भारत सरकार के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, नई दिल्ली के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, नई दिल्ली, परमाणु ऊर्जा विभाग, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन, नई दिल्ली, नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान (आई०एन०एम०ए०एस०), भारतीय थल सेना एवं भारतीय रेलवे के प्रतिनिधि तथा मेला प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारीगण, जनपद प्रयागराज के राजस्व विभाग, पुलिस विभाग, अग्निशमन विभाग, पुलिस यातायात, संचार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा अन्य विभागों के अधिकारी तथा एस0डी0आर0एफ0 के अधिकारी तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण प्रयागराज, मथुरा, चित्रकूट, अयोध्या, वाराणसी, श्रावस्ती, मिर्जापुर एवं गोरखपुर के अधिकारी भी मौजूद रहे। टेबलटॉप एक्सरसाइज़ की कार्यवाही ब्रिगेडियर अजय गंगवार, सलाहकार, यू०पी०एस०डी०एम०ए०, डॉ आशु पांडे, मुख्य चिकित्साधिकारी प्रयागराज एवं अग्निशमन अधिकारी, श्री प्रमोद कुमार शर्मा ने किया।

टेबलटॉप एक्सरसाइज़ को तीन सत्र में आयोजित किया गया। पहले सत्र में मेला क्षेत्र में पैदल एवं वाहन यातायात, आवश्यक सेवाएँ, अन्य व्यवस्थाएँ की स्थिति पर चर्चा की गई। दूसरे सत्र में मेला क्षेत्र के बाहर जनपद प्रयागराज की मुख्य सड़कों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैन्ड इत्यादि में भीड़ प्रबंधन पर चर्चा की गई। तीसरे सत्र में मेला क्षेत्र के अंतर्गत अग्निशमन, डूबना और स्वास्थ्य संबंधी जोखिम की संभावित स्थितियों पर विभागों की योजनाओं और प्रतिक्रियाओं पर चर्चा हुई। ए0डी0जी0 ज़ोन प्रयागराज, श्रीभानु भास्कर, आई०ए०एस० जी ने बताया कि महाकुंभ-2025 के दृष्टिगत सभी संभावित खतरों का आंकलन कर लिया गया है तथा मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु कुल 37 हजार से अधिक पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया की विभिन्न मार्गों से आने वाले यात्रियों हेतु पार्किंग स्थल, ट्रैफिक प्लान को यात्रियों की सुविधा अनुसार बनाया गया है। इस बार सुरक्षा के दृष्टिगत सभी पॉनटून पुलों के दोनों तरफ चौकियाँ गई है। महाकुम्भ के दौरान सभी सुरक्षा एजेंसियों को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये गए है।

प्रयागराज पुलिस कमिश्नर श्री तरुण गाबा, आई०पी०एस० ने बताया कि मेला क्षेत्र के अंतर्गत संभावित आपदा की दृष्टि से यह टेबलटॉप एक्सरसाइज़ महत्वपूर्ण भूमिका रखता है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं विभागीय अधिकारियों को आपदा के दौरान कैसे प्रतिक्रिया करनी है, इसकी जानकारी महाकुंभ-2025 को सुगम एवं सुरक्षित बनाने मे अत्यंत सहयोगी होगी।

टेबलटॉप एक्सरसाइज़ को सम्पन्न करते हुए माननीय उपाध्यक्ष महोदय ने बताया की आपदा प्रबंधन के लिए डिजिटल तकनीक का महत्वपूर्ण उपयोग किया गया है। भीड़ प्रबंधन के लिए 2500 कैमरा, डिजिटल कम्यूनिकेशन, चैट बोट, इंटीग्रेटेड कंट्रोल और ।प् तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। त्वरित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया हेतु अब 24 दिसम्बर, 2024 को मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टरों में मॉक एक्सरसाइज़ का आयोजन कराया जाएगा और जमीनी स्तर पर सभी विभागीय गतिविधियों एवं तैयारियों को क्रियाशील किया जायेगा।

source: http://up.gov.in

Exit mobile version