Vivah Panchami Date 2024: विवाह पंचमी कब मनाई जाती है? बना रहे दो अच्छे संयोजन, जानें तारीख, शुभ मुहूर्तों और उनके महत्व को
Vivah Panchami Date 2024: विवाह पंचमी मार्गशीर्ष या अगहन माह की शुक्ल पक्ष की पचंमी तिथि को मनाई जाती है
Vivah Panchami Date 2024: विवाह पंचमी मार्गशीर्ष या अगहन माह की शुक्ल पक्ष की पचंमी तिथि को मनाई जाती है। यही दिन भगवान श्रीराम ने जनकपुर में भगवान शिव का धनुष तोड़ा था, जिसके बाद वे सीता से विवाह करने लगे। इसलिए मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को राम और सीता के विवाह का वर्षगांठ मनाया जाता है। विवाह पंचमी के दिन इस वर्ष दो शुभ योग बन रहे हैं। तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से पूछिए कि विवाह पंचमी की तिथि कब है? विवाह पंचमी के योग और शुभ मुहूर्त क्या हैं?
विवाह पंचमी 2024
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस वर्ष मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी तिथि गुरुवार को 12 बजकर 49 मिनट पर शुरू होगी। इस तिथि का समापन शुक्रवार, 6 दिसंबर को दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर होगा। 6 दिसंबर को विवाह पंचमी का पावन पर्व है, जैसा कि उदयातिथि है।
2 शुभ योग में विवाह पंचमी
विवाह पंचमी के दिन दो शुभ योग हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग बन रहे हैं। उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक चलता है। रवि योग भी पंचमी को शाम 5 बजकर 18 मिनट से बन रहा है, जो अगले दिन 7 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 1 मिनट तक चलेगा।
साथ ही, ध्रुव योग प्रातःकाल से सुबह 10 बजे 43 मिनट तक चलेगा। फिर व्याघात मिलेगा। विवाह पंचमी को सुबह से श्रवण नक्षत्र होता है, जो शाम को पांच बजकर 18 मिनट तक चलेगा। तब से धनिष्ठा नक्षत्र है।
2024 की विवाह पंचमी की तिथि
विवाह पंचमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह पांच बजे से छह बजे तक है। अब आप स्नान-दान कर सकते हैं। यह दिन शुभ मुहूर्त या अभिजीत मुहूर्त है, जो सुबह 11 बजे 51 मिनट से दोपहर 12 बजे 33 मिनट तक चलता है। विजया मुहूर्त 1 बजकर 56 मिनट से 2 बजकर 38 मिनट तक है।
पंचक तिथि है
पंचमी तिथि पर पंचक लगेगा। 7 दिसंबर को पंचक सुबह 5 बजकर 7 मिनट से शुरू होगा और 7 बजकर 1 मिनट पर समाप्त होगा।
विवाह पंचमी पर विवाह क्यों नहीं करते?
पंचमी के दिन विवाह नहीं करना प्रचलित है। भगवान राम और माता सीता का विवाह इस तिथि को हुआ था, लेकिन उनका जीवन कष्ट और संघर्ष से भर गया था। इसलिए विवाह पंचमी के दिन शादी नहीं की जाती।