शरीर जंक खाद्य पदार्थों और अनप्रोसेस्ड भोजन से भर गया है। यही गंदगी मोटापे, फैटी लिवर, यूटीआई, यूरिक एसिड, कब्ज और बहुत कुछ है। ऐसे खाद्य पदार्थों में टॉक्सिन होते हैं, जो कई अंगों को खराब कर सकते हैं। इन्हें बाहर निकालने के लिए केले के पेड़ का तना उपयोगी हो सकता है।
केला पोटैशियम और विटामिन बी6 के साथ एक सुपरफूड है। मसल्स बढ़ाने और शरीर को तगड़ा बनाने में यह काफी प्रभावी है। बॉडी को अंदर से साफ करना भी महत्वपूर्ण है, और इसके लिए आपको केले के तने का जूस पीना चाहिए। इसके चौंकाने वाले लाभ आपको हैरान कर देंगे।
डॉ. डिंपल, एक आयुर्वेदिक और गट हेल्थ कोच, ने बताया कि केले के तने का जूस पीने का सही समय और इसके लाभ क्या हैं। फैटी लिवर को 7 दिनों में आराम मिल सकता है। इसमें विटामिन बी6, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन और मैग्नीशियम शामिल हैं, जो शरीर को शुद्ध करते हैं और वजन कम करते हैं।
7 दिन में केले के तना का जूस आपके लिवर को खराब कर सकता है क्योंकि अधिक वसा और खराब खाद्य पदार्थ आपके लिवर को खराब कर सकते हैं। धीरे-धीरे लिवर की सेल्स में फैट बढ़ने लगता है जो आगे चलकर लिवर सिरोसिस और कैंसर बन सकता है। केले के तने में एंटीऑक्सीडेंट्स और कोलेस्ट्रॉल खत्म करने की ताकत होती है इसलिए लिवर से फैट हटने लगता है।
क्या शुगर वाले लोग केला खा सकते हैं?
आंतों को साफ नहीं करने पर कब्ज होता है। डॉ. डिंपल ने बताया कि यह जूस हर तरह की लोअर डायजेस्टिव ट्रैक्ट ब्लॉकेज को दूर करता है। यह आपके पाचन को बेहतर बनाता है और पेट की चर्बी को जल्दी से हटाने में मदद करता है।
इन लोगों को स्वस्थ जूस पीना चाहिए
इस जूस में आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और विटामिन बी6 हैं। इसका सेवन करना अनिवार्य है अगर किसी को एनीमिया, उच्च कोलेस्ट्रॉल या उच्च ब्लड प्रेशर है। किडनी की बीमारी में थोड़ा संभल कर रहें।
क्रॉनिक किडनी बीमारी से बचाव
किडनी की बीमारी होने पर पोटैशियम या मैग्नीशियम से भरपूर भोजन या ड्रिंक नहीं खाना चाहिए। इसलिए, किसी को क्रॉनिक किडनी बीमारी होने पर इसे पीने से पहले किसी चिकित्सक से सलाह लें।
पीने का समय और विधि
यह जूस सुबह पीना चाहिए। डॉ. डिंपल ने बताया कि ये लाभ पाने के लिए 7 से 10 दिन तक हर सुबह खाली पेट 30 से 100 मिलीलीटर केले के तने का जूस लेना चाहिए। धीरे-धीरे आप इन सभी बीमारियों से छुटकारा पाने लगेंगे।
विवरण: यह लेख आम लोगों के लिए है। यह किसी भी इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। हमेशा अपने चिकित्सक से अधिक जानकारी प्राप्त करें।