दिल्ली में बैन वाहनों को हटाना, क्योंकि वे प्रदूषण पैदा करते हैं..। AAP के मंत्री ने CM योगी से क्यों अपील की?

दिल्ली में बैन वाहनों को हटाना, क्योंकि वे प्रदूषण पैदा करते हैं

दिल्ली: दिल्ली के आनंद विहार में हवा सबसे बुरी है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) सबसे अच्छा है। दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय आनंद विहार रात 11 बजे पहुंचे। यहां, उन्होंने बस डिपो के आसपास की परिस्थितियों का जायजा लिया और मौजूद कर्मचारियों से परिस्थितियों की जानकारी ली। पत्रकारों को इसके बाद बताया गया कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय कर रही है। लेकिन सुबह से आनंद विहार में सबसे अधिक AQI देखा गया।

रात में वे इसे समझने आए, लेकिन आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? दिल्ली में सभी इलेक्ट्रिक बसें और सीएनजी बसें चलती हैं। लेकिन बैन किए गए डीजल वाले बीएस-3 और बीएस-4 बसें उत्तर प्रदेश भर से आनंद विहार बस अड्डे पर आते हैं।

दिल्ली में बैन वाहनों को हटाना, क्योंकि वे प्रदूषण पैदा करते हैं

हवा में फैल रहा है! “बीएस-3 और बीएस-4 की गाड़ियों को बंद करवा दीजिए,” उन्होंने कहा, “बस अड्डे पर चारों तरफ खड़ी गाड़ियां बीएस-3 और बीएस-4 की हैं।” उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पंजाब से धुआं आ रहा है। हम उनसे विनती करते हैं कि यहां धुआंदार गाड़ियां बंद कर दें। 1 नवंबर से ये वाहन प्रतिबंधित हैं। हमने अधिकारियों को इस पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है। दिल्ली में सभी कंस्ट्रक्शन बंद हैं। बीएस-3 और बीएस-4 प्रकार की गाड़ी बंद कर दी गई हैं।

योगी जी, बाहर से भेजे जा रहे वाहनों को रोक दें। इससे कार प्रदूषण कम हो सकेगा। नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी ग्राउंड पर काम करेंगे, यह भी उपराज्यपाल को बताया गया है।

 

गाजियाबाद में उतरते ही मेरी आंखें जलने लगीं..। CM योगी ने नासा सैटेलाइट पर आश्चर्यजनक दृश्य देखा

दिल्ली में बैन वाहनों को हटाना, क्योंकि वे प्रदूषण पैदा करते हैं

आम आदमी पार्टी (AAP) की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने आज सुबह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कल योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गाजियाबाद में उतरते ही उनकी आंखें जल गईं, जिससे पंजाब सरकार हरियाणा को सलाह देने को तैयार है। इस पूरे प्रदूषण का मूल हरियाणा है। यही नहीं, हरियाणा प्रदूषण की सही निगरानी नहीं करता है। 44 लाख स्क्यवार किमी से अधिक क्षेत्र में सिर्फ 29 स्थानों पर निगरानी की जा रही है। दिल्ली में हर 37 किमी पर एक स्टेशन है। इसमें चालिस स्टेशन हैं।

जब समस्या का पता चलेगा, तो समाधान मिलेगा। पंजाब की AAP सरकार ने एक वर्ष में पराली प्रदूषण को 50 से 67 प्रतिशत कम किया है। दिल्ली में 200 अच्छी हवा के दिन दिए गए हैं।

पंजाब भी अच्छे दिन देख रहा है। लेकिन, इतने साल से हरियाणा में कुछ भी नहीं हुआ। आखिरकार, इतने बड़े राज्य में सिर्फ 29 मॉनिटरिंग स्टेशन हैं? पंजाब सरकार देने को तैयार है क्योंकि उनके पास कम अनुभव है। प्रदूषण को कम करने के लिए हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार को भी ऐसा ही करना चाहिए जितना कि पंजाब सरकार कर रही है।

Exit mobile version