मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय से पत्र मिल गया है। ईडी ने पत्र में उनसे पूछा कि सात समन मिलने के बाद भी वह ईडी के सामने क्यों नहीं आए। ईडी ने 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच मुख्यमंत्री को पत्र का उत्तर देने को कहा है। ED ने पत्र भेजा है और 16 से 20 जनवरी के बीच उपस्थित होने को कहा है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ED ने अपने पत्र में कहा कि या तो वह ED के सामने पेश होगा या ED खुद आना होगा। ED का इस पत्र हेमंत सोरेन के खिलाफ ED का आठवां समन है।
हेमंत सोरेन ने बदनाम करने का आरोप लगाया
प्रवर्तन निदेशालय ने अब तक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सात बार बुलाया है। अभी तक दोनों ओर से केवल पत्राचार हुआ है। मुख्यमंत्री ने पिछले पत्र में ईडी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि एजेंसी ने राजनीतिक उद्देश्य से ऐसी कार्रवाई की है, जो उनकी छवि को खराब कर रही है।
गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने चुटकी मारी
गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने हेमंत सोरेन का नाम लिए बिना सोशल मीडिया पर ट्वीट किया। निशिकांत ने ईडी को भेजे गए समन पर हमला करते हुए कहा, “आप के पाप के लिए 4 था और झारखंड के मुख्यमंत्री के डकैती के लिए 8वां समन कोई मायने नहीं रखता।” केजरीवाल जी विरोध प्रकट कर रहे हैं। हमारा मुख्यमंत्री चुपचाप रजाई में जाड़ा काट रहे हैं। कम से कम शिबू सोरेन का सम्मान करें, उनका इस्तीफा देकर एजेंसियों के प्रश्नों का जवाब दें।