2024 Lok Sabha Election Result: बीजेपी की स्मृति ईरानी की अमेठी लोकसभा सीट से हार हुई है। कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने 1,67,196 वोटों से जीत हासिल की है।
2024 की Lok Sabha Election Result: लोकसभा चुनाव में सबसे दिलचस्प मुकाबला उत्तर प्रदेश की अमेठी में हुआ, जहां गैर-गांधी कांग्रेसी नेता ने गांधी परिवार की पारंपरिक सीट पर चुनाव लड़ा। यहाँ बीजेपी की स्मृति ईरानी को कांग्रेस के किशोरी लाल ने हराया है। इन नतीजों के बाद स्मृति ईरानी का रिएक्शन आया है.
स्मृति ईरानी ने एक सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया। मैंने एक दशक से अधिक समय एक गांव से दूसरे गांव जाकर लोगों की जिंदगी को बदलने, उनकी उम्मीदों और आकांक्षाओं को बनाए रखने और बुनियादी ढांचे पर काम करने में बिताया है, जो सड़कें, नालियां, खड़ंजा, बाईपास, मेडिकल कॉलेज सहित कई शामिल हैं। उनका कहना था कि जीत और हार में मेरे साथ रहने वालों का मैं हमेशा आभारी रहूंगी। स्मृति ईरानी ने कहा कि आज उत्सव मनाने वालों को मैं बधाई दूंगी और जो लोग पूछ रहे हैं, “कैसा जोश है?” मैं कहती हूं- जोश अभी भी बहुत है, सर.
Such is life… A decade of my life going from one village to another, building lives, nurturing hope & aspirations, working on infrastructure ― roads, naali, khadanja, bypass, medical college and more.
To those who stood by me through loss and victory, I am forever grateful. To…
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) June 4, 2024
स्मृति ईरानी को किशोरी लाल शर्मा ने 1.67 वोटों से हराया
कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी लोकसभा सीट पर जीत हासिल की है। 1,67,196 वोटों से उन्होंने बीजेपी के स्मृति ईरानी को हराया है। न सिर्फ उत्तर प्रदेश में, बल्कि पूरे देश में भी अमेठी लोकसभा की सबसे गर्म हॉट सीटों में से एक है। यहां से बीजेपी की स्मृति ईरानी एक बार फिर से मैदान में उतरी थीं। 2019 के चुनाव में स्मृति ने राहुल गांधी को अमेठी से हरा दिया था। राहुल ने इस बार अमेठी के स्थान पर रायबरेली से चुनाव लड़ा। कांग्रेस ने अमेठी को जीतने की जिम्मेदारी गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को दी थी.
अमेठी में राहुल ने स्मृति ईरानी से बदला लिया
बता दें कि, अमेठी से चुनाव जीते कांग्रेस उम्मीदवार केएल शर्मा राजीव गांधी के करीबी दोस्त थे और लंबे समय से उनके साथ जुड़े हुए थे। 1983 और 1991 के अमेठी चुनावों में वह कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने 1999 में सोनिया गांधी के पहले चुनाव अभियान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उन्होंने अमेठी में जीत हासिल की।