शिवपाल यादव, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, पर मुकदमा दर्ज किया गया है। ये मुकदमा बसपा के बदायूं जिलाध्यक्ष राम प्रकाश त्यागी की शिकायत पर दर्ज किया गया है। उन्होंने दावा किया कि कार्यकर्ताओं में आक्रोश है कि शिवपाल यादव ने मायावती को लेकर अभद्र टिप्पणी की है।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव को बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती को लेकर अभद्र टिप्पणी करनी पड़ी है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव पर बदायूं के बसपा जिलाध्यक्ष की तहरील पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। सोमवार को पुलिस सूत्रों ने बताया कि शिवपाल यादव को रविवार देर रात बसपा के जिला अध्यक्ष राम प्रकाश त्यागी की तहरीर पर धारा 504 (जानबूझकर अपमान करना) और 505 (सामाजिक उपद्रव फैलाने वाला वक्तव्य देना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कर्मचारियों में असंतोष
वादी बसपा के जिला अध्यक्ष राम प्रकाश त्यागी ने कहा कि 3 मई को उन्होंने अपने मोबाइल फोन पर एक चैनल की समाचार क्लिपिंग देखी, जिसमें शिवपाल ने बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के खिलाफ अशोभनीय और अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था। उनका कहना था कि बसपा कार्यकर्ताओं को मायावती को अपमानित करने से गुस्सा आया है क्योंकि वह चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं।
जांच के बाद मुकदमा दर्ज हुआ
बसपा के जिलाध्यक्ष राम प्रकाश त्यागी ने बताया कि इसी कारण उन्होंने पुलिस को टिप्पणी का वीडियो दिया था, जिसकी जांच के बाद शिवपाल के खिलाफ सही धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. कोतवाली सिविल लाइंस। त्यागी ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग भी इस मामले पर ध्यान देना चाहिए। शिवपाल के बेटे आदित्य यादव को बदायूं लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने चुना है। यहां से पहले भी समाजवादी पार्टी ने अपने दो उम्मीदवार बदले हैं। धर्मेंद्र यादव को समाजवादी पार्टी ने इस सीट से चुना था। पार्टी ने धर्मेंद्र यादव की जगह शिवपाल यादव को बदायूं से प्रत्याशी बनाया। इसके बाद एक अन्य लिस्ट जारी कर शिवपाल यादव की जगह बदायूं सीट से उनके बेटे आदित्य यादव को टिकट दिया।