3 Yoga For Sinus : 3 योग से साइनस का परमानेंट इलाज, सांस खुल जाएगी

3 Yoga For Sinus : साइनस नाक एक समस्या है। साइनस के ऊतकों में सूजन साइनसाइटिस कहलाता है। साइनसिस हमारे स्कल में कई छेद है। बीच के दो छेद उनकी सांस को नॉस्ट्रिल की तरह बनाते हैं।

जब साइनसिस ब्लॉक होता है, रोगी को नाक बंद करने, सिरदर्द और सांस लेने में तकलीफ होती है, जो एलर्जी और कफ जैसे कई कारणों से होता है। इसलिए, इस समस्या से बचने के लिए कुछ योगासन अच्छे हैं। कुछ योग आपके बंद साइनसिस को खोलें। यह लेख कुछ ऐसे योग बताता है जो आपको साइनस से राहत देंगे।

साइनस का परिणाम

साइनस इंफेक्शन या साइनसाइटिस कई कारणों से हो सकता है, जैसे बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन, प्रदूषण और नाक की हड्डी का बढ़ना। एलर्जी भी धुआं, धूल, पौधे या फूल की एलर्जी या अन्य एलर्जेंस साइनस का कारण हो सकता है।

साइनस के प्रभाव

साइनस के लक्षणों में सिरदर्द, बुखार, कफ की समस्या, खांसी, दांत या मसूड़ों में दर्द, चेहरे में सूजन और सोते समय बेचैनी शामिल हैं।

3 Yoga For Sinus

उत्तानासन

यह आसन भी सांस की बीमारियों से राहत देता है। इसे करने के लिए बिल्कुल सीधे खड़े हो जाना चाहिए। अब गहरी सांस लेकर अपने दोनों हाथों को आकाश की ओर रखें। अब आगे झुककर दोनों हाथों से जमीन को छुएं। फिर अपने हाथों को फिर से ऊपर ले जाएं। अब सांस छोड़कर सामान्य स्थिति में आ जाएं।

अनुलोम विलोम योग

नुलोम विलोम प्राणायाम साइनस के इलाज में बहुत अच्छा काम करता है। इसे करने से पहले किसी खुली जगह पर आराम से बैठें। आंखों को बंद करके पीठ को सीधा रखें। अब अपने दाएं हाथ के अंगूठे से दाहिने नाक के छेद को बंद करके बाएं हाथ से अंदर की ओर गहरी सांस लें। ऐसा करने के दौरान, अपने दाएं हाथ की दो उंगलियों से बाएं हाथ का छेद बंद करो। धीरे-धीरे अपने दाएं हाथ के अंगूठे को नाक के छेद से हटाकर सांस छोड़ें।

कपालभाति

कपालभाति साइनस को हल्का करने के लिए एक अच्छा योग है। यह करने के लिए सबसे पहले एक बैठ जाएं; इसे हर दिन दस मिनट करने से ही इस समस्या को दूर किया जा सकता है। आप अपनी पीठ सीधी रखें और अपनी आंखों को बंद रखें। अब अपने दाएं हाथ को दाएं घुटने पर रखें, और बाएं हाथ को बाएं घुटने पर। फिर गहरी सांस लें और फिर तेजी से बाहर की तरफ सांस छोड़े। आराम से करें।

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