Bhagwant Mann ने सुनाई सरकारी स्‍कूल की जो कहानी, बच्चे पर पड़ता है इतना दबाव?

Bhagwant Mann

पंजाब का मुख्यमंत्री Bhagwant Mann है। राजनीति में संगीत के महत्व की बातें बहुत दिलचस्प हैं। उन्होंने सरकारी शिक्षण संस्थाओं की कहानी बताई। जिन लोगों ने सरकारी स्कूल देखा या वहां पढ़ा है, उनके मन में मान की भावना गुदगुदा गई। हालाँकि, मुख्यमंत्री मान बड़े विद्यालयों से पढ़कर राजनीति में आए नेताओं पर टिप्पणी कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि वे व्यंगकार हैं। विसंगतियों पर बहस करते हैं और सीएम के रूप में उसे ठीक करते हैं।

मान ने कहा कि सुखवीर बादल ने राहुल गांधी कानवेंट पढ़े हैं। उनके पैर जमीन नहीं छूते। जिन लोगों ने सरकारी स्कूलों में पढ़ा है, उनकी पर्सनाल्टी विकसित होती है। उन्होंने बताया कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अपने आप बहुत सारे निर्णय लेने होते हैं। पहले उन्हें निर्णय लेना होगा कि आज स्कूल जाना है या नहीं। क्योंकि सरकारी स्कूलों में बच्चा नहीं जाएगा तो कोई फोन नहीं करेगा।

अब जब बच्चा स्कूल गया है, उसे फैसला करना होगा कि आधे से ही भाग लेना है या पूरे समय रहना है। उसके बाद बच्चे को राजनीतिक निर्णय भी लेना होगा। अकेले निकलना या दो चार लोगों को साथ लेकर निकलना। मान यहीं खत्म नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बच्चे को अब पूरी छुट्टी के बाद लड़ाई किससे करनी है। यह भी तय करना होगा कि अगर जिससे लड़ना है उसके साथ ज्यादा बंधे हुए हैं तो भागने के लिए किस ओर जाना चाहिए। बहुत से फैसले लेने होंगे। इससे व्यक्तित्व विकसित होता है। व्यवसायी पहुंचे और लाइन लगाकर फिर हॉस्टल चले गए।

वास्तव में, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने दावा किया कि भूमि से जुड़े लोगों ने गांवों में रहकर सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की है। हाल ही में बहुत से नेता उच्च शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं, लेकिन आम मुद्दों पर उनकी समझ नहीं है। उन्हें गांवों और उनके किसानों के बारे में पता नहीं था। बादल परिवार उनका लक्ष्य था। लेकिन उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भी आलोचना की। वास्तव में, भले ही मान की आम आदमी पार्टी कांग्रेस की अगुवाई वाले भारत अलायंस का सदस्य है, लेकिन पंजाब में दोनों पार्टियां आमने सामने लड़ती हैं।

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