मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने सोमवार को शासन सचिवालय में सभी संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर को संबोधित करते हुए ग्रीष्म ऋतु के दौरान सुचारू पेयजल वितरण सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने जल संसाधनों की कमी के चलते राज्य में जल संरक्षण के प्रयास हेतु भी प्रोत्साहित किया।
पीएचईडी को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि जहां पानी की अधिक समस्या है वहां प्राथमिकता के साथ जलापूर्ति के विशेष प्रयास किए जाएं। आगामी दिनों में भीषण गर्मी एवं लू चलने की संभावनाओं के चलते समस्त सामुदायिक सुविधाओं पर भी जलापूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ विद्युत व्यवस्था एवं स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं को भी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
साथ ही उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया आदि जन जागरूकता के माध्यम से नियंत्रित रहें, इसके लिए आमजन को जागरूक करें।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह जल्द से जल्द ई-ऑफिस के जरिए पत्रावलियों के निस्तारण समय में सुधार लाने के नियमित प्रयास करें।
मुख्य सचिव ने सभी संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर को नियमित रूप से क्षेत्रीय भ्रमण एवं निरीक्षण पर जाने के निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्रीय भ्रमण के दौरान ग्रामीण स्तर पर रात्रि विश्राम किए जाने पर भी जोर दिया।
इस बैठक में सहकारिता विभाग एवं खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा राज्य में गेहूं, सरसों एवं चने की सरकारी खरीद की समीक्षा प्रस्तुत की। मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों को अधिकाधिक सरकारी खरीद सुनिश्चित करने के प्रयास हेतु निर्देशित किया।
मुख्य सचिव ने इस बैठक के जरिए सभी अधिकारियों को वृक्षारोपण में अधिकाधिक योगदान करने तथा व्यक्तिगत स्तर से सार्वजनिक हित के एक-एक कार्य का चयन कर उनका अपने-अपने क्षेत्रों में समुचित क्रियान्वयन करने हेतु भी प्रोत्साहित किया।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद कुमार, प्रमुख शासन सचिव प्रशासनिक सुधार विभाग श्री भवानी सिंह देथा, प्रमुख शासन सचिव राजस्व विभाग श्री दिनेश कुमार, जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सचिव श्री समित शर्मा, सूचना एवं तकनीकी संचार विभाग की सचिव सुश्री आरती डोगरा, अध्यक्ष डिस्कॉम्स श्री भानू प्रकाश एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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