CM Bhagwant Mann ने कहा कि हाथरस में कई तीर्थयात्रियों की मृत्यु हुई। ईश्वर इस दुखद घटना में मरने वालों की आत्माओं को शांति दे।
CM Bhagwant Mann On Hathras Stampede: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यूपी के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में हुई मौत पर शोक जताया है। मृतकों के परिवारों के प्रति उन्होंने संवेदना जताई और घायलों को जल्द ही स्वस्थ होने की कामना की।
CM Bhagwant Mann ने एक्स पर लिखा, “उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ के कारण तीर्थयात्रियों की मृत्यु की दुखद खबर मिली..। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि इस दुखद घटना में मरने वाले तीर्थयात्रियों की आत्मा को शांति दें और उनके परिवारों को दर्द सहने की शक्ति दें।साथ ही घायलों को जल्दी ठीक होने की कामना करता हूँ।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ के कारण तीर्थयात्रियों की मृत्यु की दुखद खबर मिली… मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस दुखद घटना में जान गंवाने वाले तीर्थयात्रियों की आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके परिवारों को दुख सहने की शक्ति प्रदान करें…साथ ही घायलों…
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) July 2, 2024
इस घटना में अब तक 116 लोगों की मौत हुई है। मंगलवार को हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में एक सत्संग में प्रवचनकर्ता भोले बाबा को देखने के लिए अनुयायियों में होड़ लग गई, और वहां की जमीन कीचड़ और फिसलन भरी होने से भगदड़ मची. चश्मदीद ने इसकी जानकारी दी.
एटा में पोस्टमार्टम हाउस में एक महिला ने बताया कि सत्संग में शामिल होने के लिये अपने परिवार के साथ जयपुर से आयी एक महिला ने बताया कि सत्संग के समाप्त होते ही लोग एकदम से बाहर निकलने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। “हम सद्भावना कार्यक्रम समाप्त होने से पहले ही वहां से चले गए थे,” एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने बताया। कार्यक्रम प्रातः 11.30 बजे शुरू हुआ था। धक्का-मुक्की के कारण यह घटना हुई। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार वहां की व्यवस्थाएं कम थीं.’ ।’
Eyewitness सोनू कुमार ने कहा, ‘‘पानी की टंकियों और बारिश के पानी ने आस-पास की नालियों को भर दिया था, जिससे सतह फिसलन भरी हो गई थी।सोनू ने बताया कि जब गुरुजी लगभग डेढ़ घंटे बाद वहां से निकले, तो भक्त अचानक उनके पीछे उनके पैर छूने के लिए दौड़े, जैसे ही उनकी कार वहां से निकली, भक्तों को जमीन पर झुकते देखा जा सकता था।‘’
सोनू कुमार ने कहा, ‘‘इसके बाद जब लोग वापस लौटे तो अचानक फिसलन भरी जमीन के कारण वे एक-दूसरे पर गिर पड़े।उन्होंने बताया कि वहां कम से कम 10000 लोगों की भीड़ थी.”