CM Bhagwant Mann:-
- पुराने गवर्नर से मतभेदों को दूर करने के लिए राज्यपाल ने सीएम मान का गुरु घर में माथा टेकने का प्रस्ताव स्वीकार किया।
CM Bhagwant Mann: अब पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यपाल के बीच तल्खियों का दौर बदलते नजर आ रहा है। पंजाब के नवनियुक्त राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने सीएम मान से एक नई शुरुआत की है। यहां तक कि पंजाब के राज्यपाल बनते ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि वह राज्य और केंद्र के बीच एक पूल की तरह काम करेंगे।
राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया अपनी धर्मपत्नी के साथ अमृतसर में श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने पहुंचे। इस दौरान सीएम मान साए की तरह उनके साथ अमृतसर दौरे पर रहे। प्रदेश की संस्कृति और इतिहास से अवगत कराया।
बीते कुछ दिनों में, राज्यपाल ने भी सीएम की प्रशंसा की है। राज्यपाल ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से तीसरे खेड़ां वतन पंजाब दीयां की शुरुआत मुख्यमंत्री मान की एक उत्कृष्ट पहल है, जो प्रदेश के युवा खिलाड़ियों को मौका दे रही है। इससे युवाओं को राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिलेगा।
नए राज्यपाल के पदभार संभालते ही पंजाब के आईएएस अफसरों के साथ बुलाई गई बैठक भी काफी विचित्र थी। हालाँकि, सीएम मान ने कहा कि उन्हें इस बैठक से कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि यह सिर्फ आईएएस अधिकारियों से मिलने और उनके कर्तव्यों को जानने के लिए बुलाई गई थी। इन दो से तीन प्रकरणों से ये जाहिर होता है कि एक तरफ सीएम मान जहां पंजाब के नए राज्यपाल के संवैधानिक पद की गरिमा का ख्याल रख रहे हैं, वहीं राज्यपाल भी सीएम के साथ प्रदेश की बेहतरी के लिए प्रयास कर रहे हैं। श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने आए राज्यपाल और सीएम के साथ कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, हरभजन सिंह ईटीओ, मैनेजर नरिंदर सिंह, सूचना अधिकारी अमृतपाल सिंह सहित अन्य भी उपस्थित थे।
CM मान, पूछोगे तो भी राजनीतिक मुद्दों पर जवाब नहीं दूंगा।
हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के बाद कटारिया ने कहा कि भारत की संस्कृति आज भी गुरुओं के बलिदान से सुरक्षित है। परमात्मा उन्हें पंजाब और चंडीगढ़ का विकास करने की शक्ति दे। कटारिया ने कहा कि वे पंजाब के विकास में अपना योगदान देंगे। वहीं, सीएम मान ने बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि राजनीतिक बातों का वह पूछने पर भी जवाब नहीं देंगे। राज्यपाल और मान अपने परिवारों समेत श्री दुर्ग्याणा मंदिर भी माथा टेका।