मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सीआरपीएफ के नवनियुक्त राजपत्रित अधिकारियों से सेवा में निष्पक्षता, निडरता और समर्पण की शपथ लेने का किया आह्वान।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी: सीआरपीएफ के नव-नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों के 55वें बैच का दीक्षांत समारोह गुरुग्राम में हुआ

हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने नवनियुक्त केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के राजपत्रित अधिकारियों से निडरता और निष्पक्षता से अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने की शपथ लेने की अपील की। साथ ही उन्होंने उनसे कहा कि वे कानून और संविधान की रक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहने, लोगों के अधिकारों को संवेदनशीलता से बचाने और परिस्थितियों की परवाह किए बिना सच्चाई, ईमानदारी और समर्पण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग रहने के लिए प्रतिबद्ध रहें।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के नव-नियुक्त राजपत्रित अधिकारियों के 55वें बैच के पासिंग आउट परेड समारोह में आज मुख्यमंत्री मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। सीआरपीएफ अकादमी से आज 39 प्रशिक्षु अधिकारी, दो महिला अधिकारियों सहित, कठोर प्रशिक्षण पूरा करने के बाद पास हुए। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने अपने भाषण में अधिकारियों को राष्ट्र की सेवा करना अपना सर्वोच्च कर्तव्य समझने को कहा। उनका विश्वास था कि ये 39 प्रशिक्षु अधिकारी पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों को पूरा करेंगे और सीआरपीएफ की गौरवशाली विरासत के अनुरूप देश की एकता, एकता और संप्रभुता में योगदान देंगे। मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सीआरपीएफ को देश की सुरक्षा में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रशंसा की और बल को देश की सुरक्षा का आधार बताया। साथ ही, उन्होंने सीआरपीएफ की आधुनिक प्रशिक्षण और तकनीकों को अपनाने की सराहना की, जो क्षेत्र में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार पेशेवर और सक्षम अधिकारियों को बनाने में मदद कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त अधिकारियों को कहा कि सफलता के लिए निरंतर शिक्षा और पुनः शिक्षा आवश्यक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सीआरपीएफ आधुनिकीकरण और बल प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि बलों को बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों से निपटने की क्षमता मिलेगी।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने प्रशिक्षु अधिकारियों, उनके परिवारों और पूरे सीआरपीएफ को बधाई दी और कहा कि वे देश की सुरक्षा और राष्ट्रनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा सशस्त्र बलों में महिलाओं को भर्ती करने के ऐतिहासिक फैसले को भी स्मरण किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को इस पहल के लिए धन्यवाद दिया, जो बहुत सी महिलाओं को सैन्य सेवा में शामिल करता है। हरियाणा सरकार ने भी महिलाओं को पुलिस में काम करने के लिए प्रेरित किया है, जिसमें वर्तमान में 10 प्रतिशत महिलाएं हैं। उनका कहना था कि राज्य सरकार का लक्ष्य निकट भविष्य में इस आंकड़े को बढ़ाकर 15% करना है।

मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने सुरक्षा बलों को मजबूत करने के लिए हरियाणा सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि तकनीकी सुधार, संसाधन की वृद्धि और प्रशिक्षण सुविधाओं के विस्तार पर विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य ने भी पूर्व सैनिकों और अर्धसैनिक बलों की सुरक्षा के लिए एक अलग विभाग बनाया है, जिसे सैनिक और अर्धसैनिक कल्याण विभाग कहा जाता है। हरियाणा में सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों में सेवारत सैनिकों की शहादत की स्थिति में उनके परिवारों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता के साथ-साथ उनके एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाती है। 415 आश्रितों को अब तक काम मिल चुका है। सीआरपीएफ के महानिदेशक श्री ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, सीआरपीएफ अकादमी के निदेशक श्री सुनील कुमार झा सहित कई विशिष्ट लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।

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