CM Yogi Adityanath : जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, प्रशस्ति पत्र, प्रतीकात्मक चेक, छात्र-छात्राओं को टैबलेट, 1,262 स्वयं सहायता समूहों को 19.23 करोड़ रु0 का डेमो चेक, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत मत्स्य आहार प्लाण्ट की स्थापना हेतु लाभार्थी को 3.90 करोड़ रु0 के अनुदान का चेक प्रदान किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि आप सभी ने विगत 10 वर्षों में बदलते हुए भारत को तथा विगत साढ़े 07 वर्षों में बदलते हुए उत्तर प्रदेश को देखा है। हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में नए भारत का दर्शन कर रहे हैं। यह सुरक्षित, समृद्ध तथा विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर होता हुआ भारत है। देश व प्रदेश में विकास परियोजनाओं का लाभ प्रत्येक तबके को बिना भेदभाव के प्रदान किया जा रहा है। प्रत्येक गरीब, दलित तथा आदिवासी के चेहरे पर खुशहाली लाने का काम किया जा रहा है।
CM Yogi Adityanath आज जनपद मीरजापुर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास करने के पश्चात इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने जनपद मीरजापुर के विकास से सम्बन्धित लगभग 765 करोड़ रुपये लागत की 127 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसमें 155 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 51 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा लगभग 610 करोड़ रुपये लागत की 76 परियोजनाओं का शिलान्यास सम्मिलित हैं। इसमें मझवां विधानसभा क्षेत्र में लगभग 122 करोड़ रुपये की 41 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास सम्मिलित है।
मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र, प्रशस्ति पत्र, प्रतीकात्मक चेक, पावर ट्रिलर की प्रतीकात्मक चाभी आदि प्रदान की। उन्होंने छात्र-छात्राओं को टैबलेट का वितरण किया। उन्होंने 1,262 स्वयं सहायता समूहों को 19.23 करोड़ रुपये का डेमो चेक, ओ0डी0ओ0पी0 योजना के 02 लाभार्थियों को चेक, प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत मत्स्य आहार प्लाण्ट की स्थापना हेतु लाभार्थी को 3.90 करोड़ रुपये की अनुदान राशि का चेक प्रदान किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब प्रधानमंत्री जी दुनिया के किसी भी देश में जाते हैं, तो पूरा देश पलक-पांवड़े बिछाकर उनका स्वागत करता है। यह इसलिए सम्भव हो पाता है, क्योंकि उनका समर्पण अपने देश के प्रति है। उनके कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में ‘हर काम देश के नाम’ भाव के साथ जनकल्याणकारी योजनाओं को जमीनी धरातल पर उतारने का काम किया जा रहा है। एक तरफ विकास के कार्य किये जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था भी की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है। नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में सुरक्षा है, तो सम्मान भी है। यहां बेटियों तथा व्यापारियों की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लगा सकता। किसानों की जमीन पर कोई कब्जा नहीं कर सकता है। कोई भी किसी गरीब की झोपड़ी को उजाड़ने का दुस्साहस नहीं कर सकता है। यदि कोई ऐसा प्रयास करेगा, तो उसे इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा।
प्रदेश में साढ़े 07 वर्षों में 56 लाख गरीबों को आवास की सुविधा प्रदान की गई है। 02 करोड़ 62 लाख से अधिक गरीबों के लिए एक-एक शौचालय का निर्माण करवाया गया। प्रदेश की प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय का निर्माण कर कम्प्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति की गई है, ताकि ग्रामवासियों को विभिन्न ऑनलाइन सुविधाएं गांव में ही प्राप्त हो सकंे। प्रदेश के साढ़े 06 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। सुरक्षा के बेहतर वातावरण के कारण प्रदेश को 40 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। प्रदेश के दिव्यांगजन, निराश्रित महिलाओं आदि को 12,000 रुपये वार्षिक पेंशन का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है। यह सुविधा एक करोड़ परिवारों को प्रदान की जा रही है। जिन पात्र लोगों को पेंशन नहीं मिल पा रही है, उन्हें कैंप लगाकर तत्काल इस सुविधा से जोड़ने का कार्य किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आपने बदलते हुए मीरजापुर का भी अनुभव किया होगा। अब मीरजापुर किसी के सामने हाथ नहीं फैलाएगा, क्योंकि माँ विन्ध्यवासिनी का पावन धाम दिव्य और भव्य रूप ले चुका है। यह देश और दुनिया के श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। आगामी 03 अक्टूबर से प्रारम्भ होने जा रही शारदीय नवरात्रि में इस दिव्य और भव्य धाम की अनोखी छटा दिखाई देगी। पहले माँ विन्ध्यवासिनी में सकरी गलियों की वजह से कन्जेशन की स्थिति रहती थी। भारी भीड़ की वजह से नवरात्रि के दौरान भय का वातावरण उपस्थित हो जाता था। अब सुरक्षा के बेहतर वातावरण में माँ विन्ध्यवासिनी की कृपा अवश्य बरसेगी। उन्होंने कहा कि आज श्री काशी विश्वनाथ धाम भी जगमगा रहा है। प्रयागराज कुम्भ-2025 में आप सभी को भव्य और दिव्य कुम्भ के दर्शन प्राप्त होंगे। अयोध्या धाम में पांच सदी की प्रतीक्षा समाप्त करते हुए प्रभु श्रीराम अपने भव्य मन्दिर में विराजमान हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने माँ विन्ध्यवासिनी को नमन करते हुए कहा कि आज के कार्यक्रम में 765 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया जा रहा है। इनमें जनपद के विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल,कनेक्टिविटी, पशुपालन, तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, उच्च शिक्षा तथा यहां रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के कार्यक्रम सम्मिलित हैं। विकास के पथ पर चलकर जनपद मीरजापुर भी प्रधानमंत्री जी के विकसित तथा आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना में अपना योगदान दे पाएगा।
अब मीरजापुर में भी स्वयं का मेडिकल कॉलेज प्रारम्भ हो गया है। इसमें स्वास्थ्य सुविधाएं मिलना प्रारम्भ हो चुकी हैं। पहले यहां के मरीजों को इलाज के लिए वाराणसी तथा प्रयागराज के मेडिकल कॉलेजों की सेवाएं लेनी पड़ती थीं। मीरजापुर मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग की भी पढ़ाई प्रारम्भ होगी। अब बेटियों को नर्सिंग की पढ़ाई के लिए अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा। नर्सिंग का क्षेत्र 100 प्रतिशत प्लेसमेण्ट की गारण्टी देने वाला है। यदि बेटी पढ़ेगी, तो आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में यहां रोजगार तथा ऋण मेला आयोजित किया गया था। युवाओं को टैबलेट तथा स्मार्टफोन वितरित किए गए थे। अनेक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सोनभद्र में भी मेडिकल कॉलेज के निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया है। सोनभद्र के मेडिकल कॉलेज में इस सत्र में प्रवेश प्रारम्भ हो चुके हैं। इस क्षेत्र के मेडिकल की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए यह मेडिकल कॉलेज भी लाभकारी साबित होगा। अब मीरजापुर में माँ विन्ध्यवासिनी के नाम पर विश्वविद्यालय भी बनने जा रहा है। इसमें अगले सत्र में पाठ्यक्रम भी प्रारम्भ करवाया जाएगा। इस दिशा में कार्य आगे बढ़ाया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि युवाओं को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने तथा प्रधानमंत्री जी की डिजिटल इण्डिया की संकल्पना को साकार करने के लिए उन्हें स्मार्टफोन तथा टैबलेट से लैस किया जा रहा है। प्रदेश के 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन प्रदान करने का कार्यक्रम चल रहा है। जब यह 02 करोड़ युवा अपनी तकनीकी दक्षता का लाभ देश को प्रदान करेंगे, तो भारत 05 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर होगा। इसी क्रम में आज युवाओं को नियुक्ति पत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। लोगों को ऋण वितरण कार्यक्रम के साथ जोड़ा जा रहा है। महिला स्वयं समूहों को रिवॉलिं्वग फण्ड तथा बैंकों से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है।
आज यहां मत्स्य सम्पदा योजना के अन्तर्गत एक बहन को प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए अनुदान की पहली किस्त जारी की गई है। आज यहां कालीन को वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय बनाने में योगदान देने वाले शिल्पियों तथा कारीगरों को सम्मानित भी किया गया है। अगले कुछ दिनों में भदोही के एक्सपो मार्ट में भी एग्जीबिशन लगने जा रही है। एग्जीबिशन में इस क्षेत्र में दुनिया के अंदर होने वाली गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। हस्तशिल्पियों तथा कारीगरों को अपने उत्पाद को डिस्प्ले करने तथा ऑर्डर प्लेस करने का अवसर प्राप्त होगा।
आगामी 25 सितम्बर से 29 सितम्बर, 2024 तक ग्रेटर नोएडा में यू0पी0 इण्टरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया जाएगा। ट्रेड शो में मीरजापुर तथा भदोही की कारपेट को भी स्थान दिया जाएगा। इसके माध्यम से यहां के उत्पाद को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का अवसर प्राप्त होगा। यहां के हस्तशिल्पियों को आगे बढ़ने का अवसर प्राप्त होगा। यहां का उत्पाद निर्यात होने से कई गुना मुनाफे की प्राप्ति होगी। निर्यात से प्राप्त धनराशि मीरजापुर तथा सोनभद्र के विकास में सहायक साबित होगीसाढ़े 07 वर्ष पूर्व जनपद में कनेक्टिविटी का अभाव था। यहां की सड़कों की स्थिति खराब थी। अब मीरजापुर फोर लेन की कनेक्टिविटी के साथ जुड़ चुका है। इस जनपद की नई पहचान बनी है। यहां बाण सागर परियोजना का लोकार्पण करते समय प्रधानमंत्री जी ने कहा था, कि यह परियोजना किसानों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। इससे ढाई लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी। पहले जनपद में पेयजल का संकट एक चुनौती थी। जब जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ‘हर घर नल’ की योजना पूर्ण रूप से जमीनी धरातल पर उतरेगी तो न केवल शुद्ध पेयजल की समस्या का समाधान हो सकेगा, बल्कि लोगों को अनेक जल जनित बीमारियों से भी मुक्ति प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोल, गोंड तथा थारु आदि जनजातियों को भी योजनाओं के साथ जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इन जनजातियों को आवास, शौचालय, राशनकार्ड, आयुष्मान कार्ड आदि सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। इनके गांवों को कनेक्टिविटी प्रदान की जा रही है। घर तक बिजली तथा पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने मीरजापुर तथा विन्ध्य क्षेत्र के युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि जो युवा स्वयं का स्टार्टअप या व्यवसाय स्थापित करना चाहते हैं, वह अपना नामांकन अभी से करा लें, क्योंकि प्रदेश सरकार अगले कुछ वर्षों में 10 लाख युवाओं को पहले चरण में 05 लाख तथा दूसरे चरण में 10 लाख रुपये ब्याज मुक्त ऋण के रूप में प्रदान करने जा रही है। ब्याज की धनराशि का वहन राज्य सरकार करेगी।
मुख्यमंत्री जी ने प्रधानमंत्री जी के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि 70 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति को 05 लाख रुपये वार्षिक स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए केन्द्रीय कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित किया है। इस योजना को प्रदेश में भी तेजी के साथ लागू किया जाएगा। इसके लिए कार्ड बनाने के लिए अभी से रजिस्ट्रेशन प्रारम्भ होने चाहिए। अब कोई भी व्यक्ति बुजुर्गों को परिवार के लिए बोझ नहीं समझेगा। जिन गरीबों के पास मकान नहीं है, यदि वह प्रधानमंत्री आवास योजना से आच्छादित नहीं हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना से आच्छादित करते हुए आवास उपलब्ध कराने का कार्य किया जाना चाहिए। जिन गरीबों के अब तक राशन कार्ड नहीं बन पाए हैं, उनका वेरीफिकेशन कर तत्काल राशन की सुविधा प्रदान की जानी चाहिए। प्रत्येक युवा के हाथ को कार्य मिले। हर किसान के खेत को पानी की सुविधा प्राप्त हो। प्रत्येक बेटी सुरक्षित महसूस करे। प्रत्येक व्यापारी सम्मान के साथ अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सके। इसी विश्वास के साथ हमें आगे बढ़ना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हमारा लक्ष्य सामाजिक एकता के माध्यम से राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने का होना चाहिए। यदि राष्ट्रीय एकता मजबूत तथा देश सुरक्षित है, तो हम सभी सुरक्षित रहेंगे। आज हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। वर्तमान को सुधारते हुए भविष्य को भी उज्ज्वल बनाने का कार्य करना है। आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को मजबूत बनाने के लिए एक सुदृढ नींव का निर्माण करना है। प्रधानमंत्री जी ने सबका साथ, सबका विकास का नारा दिया है। इस अभियान को गांव-गांव तथा घर-घर तक पहुंचाने का कार्य करना है।
प्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बाँट माप मंत्री श्री आशीष पटेल तथा श्रम एवं सेवायोजन, समन्वय मंत्री श्री अनिल राजभर ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। जनपद मीरजापुर भ्रमण के अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने विन्ध्याचल धाम पहुंचकर माँ विन्ध्यवासिनी देवी का दर्शन-पूजन किया। उन्होंने विन्ध्य कॉरिडोर परिसर के निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण भी किया। तत्पश्चात प्रस्तावित कालीखोह कॉरिडोर व अष्टभुजा कॉरिडोर के विकास कार्यों से सम्बन्धित मानचित्र का कॉरिडोर परिसर में अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, जल शक्ति राज्य मंत्री श्री रामकेश निषाद, सांसद श्री विनोद कुमार बिंद, विधायक श्री रमाशंकर सिंह पटेल, श्री रत्नाकर मिश्र, श्री अनुराग सिंह, श्रीमती रिंकी कोल, श्री भूपेश चौबे सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।