Karwa Chauth वर्ष 2023: अरविंद केजरीवाल ने करवा चौथ पर सुहागिन माताओं-बहनों को दी शुभकामनाएं, जानें और क्या कहा?

Karwa Chauth वर्ष 2023

Delhi समाचार: देशभर की सुहागिन महिलाएं हर साल Karwa Chauth का व्रत रखती हैं ताकि उनके पति लंबे समय तक जीवित रहें। ये रिवाज सदियों से चला आ रहा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मौके पर सभी सुहागिन माताओं और बहनों को अपने पोस्ट एक्स के जरिए हार्दिक शुभकामनाएं दी।

उन्हें अखंड सौभाग्य और स्नेह के पावन पर्व Karwa Chauth पर सभी माताओं-बहनों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि माता रानी आप पर अपनी कृपा बनाए रखें। आप सबके सुहाग-भाग्य और आपके परिवार की खुशी बनी रहे। आपके घर में सुख-समृद्धि और सुख-शांति बना रहे।

पति की लंबी अवधि के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं

karwa chauth vrat katha karwa maata ki kahani story in hindi rdy | Karwa  Chauth Vrat Katha: करवा चौथ व्रत पूजा के समय जरूर पढ़ें ये व्रत कथा, इसके  बिना पूजा रह
बता दें कि भारतीय समाज में महिलाओं के बीच Karwa Chauth का व्रत रखने की सदियों पुरानी परंपरा है. इसके पीछे एक बहुत लोकप्रिय पौराणिक कथा है। पुरानी कहानी कहती है कि तुंगभद्रा नदी के किनारे एक गांव में एक स्त्री का नाम करवा था। उनके पति बहुत बुढ़े और शारीरिक रूप से कमजोर थे। एक दिन नदी किनारे स्नान करते समय एक मगरमच्छ ने उनके पैर पकड़ लिया। ऐसे समय में वह करवा, यानी अपनी पत्नी को तीव्र स्वर में पुकारने लगे। पति की आवाज सुनकर मैं वहाँ पहुंचीं।

पति का जीवन खतरे में देख करवा ने क्या किया?

यमराज को Karwa Chauth से क्या भय हुआ?

माना जाता है कि करवा के पतिव्रता धर्म और उनके सतीत्व बहुत प्रभावशाली थे। उन्हें अपने पति का जीवन खतरे में था, इसलिए उन्होंने यमराज से उनकी जान बचाने की विनती की। यमराज, करवा के पतिव्रता होने के कारण, उनकी प्रार्थना को स्वीकार करते हुए पूछा, देवी, आप क्या चाहते हैं। जवाब में करवा ने कहा कि मेरे पति का जीवन खतरे में है। मगरमच्छ को मौत की सजा दीजिए।

यमराज को Karwa Chauth से क्या भय हुआ?

यमराज को Karwa Chauth से क्या भय हुआ?

यमराज ने कहा कि मगरमच्छ की आयु तो अभी बची है। उसका जीवन मैं नहीं ले सकता। करवा को यमराज से इस तरह के जवाब की अपेक्षा नहीं थी. पति की जान संकट में होने के कारण उन्होंने यमराज से सहायता मांगी, लेकिन यमराज का उत्तर सुनकर वह चौंक गईं। यमराज के जवाब से नाराज करवा ने उनसे कहा- अगर आपने मगरमच्छ को मृत्यु दंड नहीं दिया, तो मैं आपको अपने तपोबल से श्राप दे दूंगी. करवा का क्रोध देखकर यमराज भी कुछ देर भयभीत हो गए। डर से उन्होंने मगरमच्छ को मार डाला।

इतना ही नहीं, उन्होंने करवा के पति को लंबी आयु का वरदान भी दिया. पौराणिक कथाओं के अनुसार उसी समय से करवा चौथ कर व्रत हिंदू परंपरा में प्रचलन में है.

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