Kewal Singh Dhillon: चंडीगढ़ के सेक्टर 37 स्थित भाजपा पंजाब कार्यालय में एक प्रेस वार्ता में, भाजपा पंजाब के प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश कोर कमेटी के सदस्य ढिल्लों ने राहुल गांधी द्वारा संसद में दिए गए हालिया भाषण की कड़ी आलोचना की।
Kewal Singh Dhillon ने राहुल गांधी की टिप्पणी पर निराशा व्यक्त करते हुए संसदीय कार्यवाही की अखंडता एवं मर्यादा का संरक्षण करने का महत्व बताया।
Kewal Singh Dhillon ने कहा कि राहुल गांधी ने भूल गए कि वह संसद में विपक्ष के नेता के रूप में अपना पहला भाषण दे रहे हैं, न कि चुनावी मंच पर।
विपक्ष के नेता को सही तथ्य पेश करके देश का विकास और वृद्धि को सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है। हालांकि, गांधी का भाषण झूठ, निराशा और निराधार दावों से भरा था।
धर्म के आधार पर संसद में भेदभाव नहीं होता, लेकिन गांधी के शब्दों ने देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाया है।
Kewal Singh Dhillon ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अपने संबोधन के दौरान गांधी का व्यवहार अपेक्षित संसदीय शिष्टाचार के अनुरूप नहीं था।
उन्हें बार-बार याद दिलाना पड़ा कि वे बहस न करें या अध्यक्ष की ओर पीठ नहीं न करें। सदन में बोलते समय सांसदों को पीठासीन अधिकारी की ओर पीठ नहीं करनी चाहिए।
राहुल गांधी के कामों पर सवाल उठाते हुए ढिल्लों ने कहा कि हम नहीं समझ पाए कि गांधी को संसद में भगवान की तस्वीरें क्यों दिखानी पड़ी।
या तो वह कांग्रेस का सन्देश नहीं समझ पाए या फिर आम चुनावों में कांग्रेस की लगातार तीसरी हार से परेशान थे।
सभा का समापन करते हुए ढिल्लों ने कहा कि हम पंजाब के लोगों और भाजपा के नेताओं ने गांधी के भाषण की निंदा की, जो झूठ था और सदन की मर्यादा का घोर अनादर था।
हम गांधी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की भी मांग करते हैं। भारत के लोग गांधी द्वारा दिखाए गए अनादर को नहीं भूलेंगे और उन्हें अब से संसद में सही और सटीक तथ्य पेश करने चाहिए।