Mahant Raju Das: अयोध्या एक बार फिर चर्चा में है, लेकिन इस बार प्रभुश्रीराम और मंदिर के लिए नहीं, बल्कि हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास और यहां के डीएम के बीच हुए विवाद के कारण।
Mahant Raju Das: अयोध्या में बीजेपी की हार के कारणों का पता लगाने के लिए समीक्षा बैठक बुलाई गयी थी। प्रदेश सरकार के मंत्रियों, डीएम, एसपी और महंत राजू दास भी वहाँ उपस्थित थे।
उस समीक्षा बैठक के दौरान डीएम गुस्से में आ गए जब महंत राजू दास ने प्रशासन को भाजपा की हार का दोषी ठहराया। इसके बाद दोनों में तीखी बहस होने लगी। देखते ही देखते माहौल गरम हो गया। यह आश्चर्य की बात है कि कैबिनेट मंत्री यह सब देखते रहे।
बातचीत के बाद डीएम ने महंत राजू दास की सुरक्षा कर रहे गनर को तुरंत हटा दिया। यह भी बहस का विषय बन गया है। राजू दास ने अपनी हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे हर दिन सोशल मीडिया पर कई धमकी मिलती हैं। इसके बावजूद सुरक्षा हटा दी गई है। इसका अर्थ है कि यह एक हत्या की साजिश है। चुनाव में हार के बाद देश भर में हिंदुत्व को लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया जा रहा है।
मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस पूरे मामले का पता चला है। देखते हैं कि मुख्यमंत्री योगी इस पर क्या फैसला करते हैं। माता-पिता ने अपने चार साल के बेटे को सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी को समर्पित कर दिया था, आज हनुमानगढ़ी के उज्जैनिया पट्टी के महंत संत रामदास के शिष्य है। हनुमागढ़ी के राजू दास महंत हैं। जिन्हाेंने 1999 में साकेत विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई की है।