Punjab News: बिजली मंत्री ने PSPCL अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि अगर बिजली चोरी की जाती है, तो सख्त कार्रवाई होगी।

Punjab News: पंजाब में बिजली चोरी के मामलों में सख्ती दिखाई है।

Punjab News: पंजाब सरकार ने बिजली चोरी के मामलों में कठोर कार्रवाई की है। बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने पीएसपीसीएल (PSPCL) के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। जिससे पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी जीरो टॉलरेंस नीति (CM Bhagwant Singh Maan) के नेतृत्व में बिजली चोरी को रोका जा सके। लुधियाना जिले में भी विभागीय अधिकारियों ने बिजली चोरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया।

आपको बता दें कि बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ (Minister Harbhajan Singh ETO) और पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन के डायरेक्टर डी.पी.एस. ग्रेवाल के दिशा-निर्देशों पर पावर कॉम विभाग के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस की अगुवाई में विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों की विभिन्न टीमों ने दिनभर की तेज बारिश की परवाह किए बिना सड़कों पर उतरकर डिफाल्टरों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया गया।

पावर कॉम अधिकारियों और कर्मचारियों ने लुधियाना जिले में 1000 से अधिक डिफाल्टरों को घेर लिया है। इसमें विभागीय अधिकारियों ने बड़ी कार्रवाई की, जिसमें 603 बिजली उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए और 400 से अधिक डिफाल्टरों से 5 करोड़ रुपये के बकाया बिलों की रिकवरी की गई, जो एक बड़ी उपलब्धि है।

पावर कॉम विभाग के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस ने बताया कि 500 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने तेज बारिश की परवाह किए बिना सड़कों पर उतरकर बिजली विभाग के डिफॉल्टरों के खिलाफ शिकंजा कसा है। विभाग ने 603 डिफाल्टर उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन काटे हैं। उनका कहना था कि एक अनुमान के अनुसार, इन उपभोक्ताओं से लगभग 10 करोड़ रुपए की बड़ी रकम मिलने की संभावना है।

यदि बिजली चोरी की जाती है, तो कड़ी कार्रवाई होगी: मंत्री ईटीओ

बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने संबंधित पीएसपीसीएल अधिकारियों को हर दिन जांच की रिपोर्ट देने का आदेश दिया। उनका कहना था कि घरेलू, वाणिज्यिक, कृषि और औद्योगिक सभी बिजली कनेक्शनों की जांच की जानी चाहिए। यदि पावरकॉम, पीएसपीसीएल, या पीएसटीसीएल के अधिकारी या कर्मचारी बिजली चोरी में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल पाए जाएंगे, तो वे बर्खास्त नहीं किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि पीएसपीसीएल नियमों के अनुसार किसी भी रैंक के ऐसे अधिकारी को तुरंत बर्खास्त किया जाएगा और कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। वितरण और प्रवर्तन टीमों को उनके निर्देशों का पूरी तरह पालन करने के लिए कहा और चेतावनी दी कि ऐसा नहीं करने वालों को सख्त कार्रवाई करनी पड़ेगी।

चीफ इंजीनियर ने कहा कि अगर डिफाल्टर उपभोक्ताओं द्वारा बिजली की तारों पर सीधी कुंडी डाली जाती है, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी और इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।

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