UP news: आगरा शहर के डीसीपी सूरज राय ने 30 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। पुलिसकर्मियों पर काम अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है।
UP news: आगरा में आचार संहिता हटते ही पुलिस विभाग में बड़ी कार्रवाई हुई है। आगरा की डीसीपी सिटी सूरज रॉय ने बड़ी कार्रवाई की है। इतनी बड़ी कार्रवाई से आगरा पुलिस कमिश्नरेट में हड़कंप मच गया। डीसीपी सिटी सूरज राय ने उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की है जिनके बारे में शिकायतें मिल रही थीं और सही फीडबैक नहीं मिला था। 16 पुलिसकर्मी जिन पर आरोप लगाया गया है कि पासपोर्ट रिपोर्ट लगाने के नाम पर पैसे लिए गए या डिमांड की गई।
आगरा में बीट पुलिस ऑफिसर स्कीम लागू है। जैसा कि पहले कहा गया था, पासपोर्ट या चरित्र प्रमाण पत्र जैसी अन्य रिपोर्टों के बदले कोई डिमांड नहीं किया जाएगा। बल्कि लोगों के साथ पूरी तरह से काम किया जाएगा, लेकिन 16 पुलिसकर्मियों का फीडबैक मिलने पर कार्रवाई की गई। मुकदमे की विवेचना में भी लापरवाही, जांच में कमी और अनुशासनहीनता की रिपोर्ट मिली।जिसके बाद बड़ी कार्रवाई गई है.
फीडबैक में 30 पुलिसकर्मियों को किया था चिन्हित
डीसीपी सिटी सूरज राय ने कहा कि पुलिस की छवि को धूमिल कर व जनमानस से लाभ लेने के चलते निलंबित किया जाता है।इन पुलिसकर्मियों को पुलिस आयुक्त जे रविंद्र गॉड की फीड बैक सेल ने नामांकित किया था, जिसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। जब बीट पुलिस ऑफिसर बनाए गए, कहा गया था कि उनका उद्देश्य आम जनता को लाभ पहुंचाना है। पासपोर्ट और चरित्र प्रमाण पत्र की रिपोर्टों के बदले घूस नहीं लेना है लेकिन फीड बैक 30 पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया.
आगरा पुलिस में इतनी बड़ी कार्रवाई से खलबली मची हुई है. डीसीपी सिटी ने 30 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया, साथ ही तत्काल आदेश तामील कराने को कहा गया है. पासपोर्ट रिपोर्ट, चरित्र प्रमाण पत्र सहित अन्य रिपोर्ट के बदले आम लोगो से लाभ लिया, पुलिस की छवि को धूमिल किया.