UP News: यूपी में शहरी मलिन बस्तियों में रहने वालों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए सर्वे कराया जाएगा। उच्च स्तर पर इसको लेकर सहमति बन चुकी है।
UP News: शहरी क्षेत्रों में मलिन बस्तियों में रहने वालों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए सर्वे कराया जाएगा। उच्च स्तर पर इस पर एकमत है। नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) जल्द ही जिलों को निर्देश देगा। 2003–2004 के सर्वे के अनुसार, राज्य के शहरों में 119.98 लाख लोग मलिन बस्तियों में रहते हैं।
राज्य सरकार मलिन बस्तियों में रहने वालों का जीवनस्तर सुधारना चाहती है। पिछले दिनों, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसका उद्देश्य मलिन बस्तियों में रहने वालों को सुविधाएं प्रदान करना था। इसमें कहा गया था कि इससे लोगों का जीवन स्तर बेहतर होगा। पुरानी सूची मलिन बस्तियों की जांच करेगी। इसमें कितनी बस्तियां इसके तहत आ रही हैं और कितनी अवैध हैं। इसी पर योजनाओं का लाभ मिलेगा। स्थिति यह है कि शहरों में अवैध रूप से आवास बनाने का व्यवसाय चल रहा है। यही कारण है कि सर्वे करके पता लगाया जाना चाहिए कि कितनी बस्तियां वास्तव में मलिन हैं।
सुविधाओं का सुधार होगा
मलिन बस्तियों में रहने वालों को स्वस्थ पुनर्वास कार्यक्रम के तहत वहीं पर पक्के घर बनाए जाएंगे। साथ ही सड़क और नाली को सीसी या टाइल्स से बनाया जाएगा। मलिन बस्ती में रहने वालों के लिए भी चिकित्सा की व्यवस्था की जाएगी। यहां रहने वालों के इलाज की व्यवस्था भी कराई जाएगी, ताकि बीमार न हों। सर्वे के दौरान यह भी देखा जाएगा कि इनमें रहने वाले कितने लोगों को अब तक प्रधानमंत्री योजना में आवास का लाभ मिल चुका है, जिससे दोबारा लाभ किसी को न मिल जाए।