उत्तर प्रदेश के जहानागंज कस्बा में शोभायात्रा के मार्ग को लेकर अप्रिय स्थिति बन गई। यहाँ दो वर्गों ने संघर्ष किया। हंगामा बढ़ने पर एसपी सिटी और एडीएम प्रशासन ने बल के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। दोनों पक्षों को बड़े-बुजुर्गों ने शांत कराया। क्षेत्र में भारी सेना तैनात है।
आजमगढ़ जिला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर हाई अलर्ट पर था। और शोभायात्रा के जुलूस को लेकर भी पुलिस पूरी तरह से ऐतिहातपूर्ण व्यवहार कर रही थी। जहानागंज थाना क्षेत्र के मुख्य कस्बा में सोमवार की शाम को श्रीराम की शोभा यात्रा की राह को लेकर जमकर बहस हुई।
बताया जा रहा है कि शोभायात्रा को बगईचा सहित अन्य रास्ते से दूर करने की कोशिश की गई थी। तभी दूसरे वर्ग के लोगों ने शोभायात्रा को रोक दिया और डीजे को बंद कर दिया गया। इस दौरान दोनों पक्षों के लोग एक दूसरे से मिल गए। शोभायात्रा को रोकने वालों के हाथों में लाठी-डंडे देखकर पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।
उस समय दोनों पक्ष आमने-सामने थे और पुलिस हालात को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही थी। कई घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने दोनों वर्गों के मान्यताप्राप्त लोगों को बुला लिया और शोभायात्रा को दूसरे रास्ते से ले जाने का निर्णय लिया गया। तब मामला शांत हो गया।
जहानागंज थाना क्षेत्र के जहानागंज कस्बा में चौक के पास शोभा यात्रा को निर्धारित रूट से निकालने को लेकर बहस हुई, एसपी सिटी शैलेंद्र लाल ने बताया। जिसमें चालिस से पच्चीस युवा दोनों पक्षों से मिलकर विरोध करने लगे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों को अलग कर दिया। मौके पर एसपी सिटी और एडीएम प्रशासन राहुल विश्वकर्मा ने जनता को बताया। विशेष रूप से, अतिरिक्त बल लगाए गए हैं। शोभायात्रा और भंडारे का कार्यक्रम सुरक्षित रूप से संपन्न हो गया है और स्थान पर शांति कायम है।