मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद करतार सिंह सरभा को श्रद्धांजलि दी, कहा-  वे शहीदों के सपनों को पूरा करेंगे।

मुख्यमंत्री भगवंत मान: शहीद करतार सिंह सराभा के शहीदी दिवस पर पंजाब के सीएम मान ने उनके पैतृक गांव सराभा का दौरा किया।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद करतार सिंह सराभा के शहीदी दिवस पर उनके पैतृक गांव सराभा का दौरा किया। इस अवसर पर सीएम मान ने शहीद करतार सिंह सराभा की प्रतिमा पर फूल अर्पित कर उनकी श्रद्धांजलि दी। इस गांव, लुधियाना जिले में भी राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। मुख्यमंत्री मान ने कहा, “हम उस पवित्र भूमि पर नमन करने आए हैं, जिसने हमें ऐसे महान योद्धा का आशीर्वाद दिया, जैसा कि करतार सिंह सराभा।”’

शहीद करतार सिंह सराभा की भूमि को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “हम आजाद हवा में जो सांस ले रहे हैं, वह शहीदों के बलिदान का परिणाम है।”उन्होंने कहा कि सराभा की वीरता ने देश को प्रेरित किया, जब उन्होंने 19 वर्ष की छोटी उम्र में देश के लिए दी गई बलि को याद किया।

मुख्यमंत्री ने शहीद भगत सिंह का उल्लेख करते हुए कहा, “भगत सिंह भी सराभा से प्रेरित थे, और हम आज यहां उन शहीदों के सपनों को पूरा करने के लिए खड़े हैं, जिन्होंने समृद्ध और न्यायपूर्ण भारत की कल्पना की थी। हम अपने शहीदों के सपनों को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं और पंजाब को “रंगीला पंजाब” बनाकर ही समाप्त हो जाएगा।’

केजरीवाल की नीतियों की प्रशंसा

मुख्यमंत्री मान ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के घोषणापत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को प्रमुखता देकर भारतीय राजनीति में एक क्रांति लाई। उनका कहना था कि “पहले राजनीतिक घोषणापत्रों में स्कूलों और अस्पतालों का उल्लेख तक नहीं होता था, लेकिन यह केजरीवाल ही थे जिन्होंने इसे बदल दिया और जन-केंद्रित मुद्दों को राष्ट्रीय राजनीति में सबसे ऊपर लाया।”’

बादल परिवार और अकाली दल पर हमला

बादल परिवार और अकाली दल पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कड़ी आलोचना की। उनका दावा था कि अकाली दल ने पंजाब को अपनी निजी संपत्ति की तरह चलाया और राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को खराब कर दिया। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “बादल परिवार ने पंजाब को धोखा दिया और राज्य को आर्थिक और सामाजिक बर्बादी की ओर धकेल दिया।” दवाओं और माफिया का राज उनके शासनकाल में बढ़ा, जिसने कई परिवारों को बर्बाद कर दिया।’

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “आज अकाली दल अपनी प्रासंगिकता खो चुका है और इसके पास कोई नैतिक आधार नहीं बचा है।”’

नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की घोषणा

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार ने नशे की समस्या से निपटने के लिए बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया है। “हमने पहले यह सुनिश्चित किया कि पुनर्वास केंद्रों में दवाओं का भंडार सही तरीके से किया जाए,” उन्होंने कहा। फिर हमने नशे की दुकानों की पहचान की और तस्करों के खिलाफ सख्त पुलिस कार्रवाई शुरू की।’

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